
Noida Cyber Crime News File Photo
नोएडा,[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। नोएडा में थाना सेक्टर-63 पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया। इस गिरोह ने विशेष रूप से अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाकर उन्हें ठगने का काम किया था।
पुलिस ने शुक्रवार को 76 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें 67 पुरुष और 9 महिलाएं शामिल हैं। यह गिरोह “इंस्टा सॉल्यूशन” नाम से कॉल सेंटर चला रहा था, जहां से अमेरिकी नागरिकों से ऑनलाइन धोखाधड़ी की जा रही थी।
यह कार्रवाई पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि अब तक इस गिरोह ने 1500 से अधिक लोगों को ठगा था।
गिरोह का काम करने का तरीका
यह गिरोह विशेष रूप से विदेशी नागरिकों को निशाना बनाता था ताकि स्थानीय स्तर पर उनके खिलाफ कोई शिकायत न हो सके। डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी के अनुसार, यह गैंग अमेरिकी नागरिकों के कंप्यूटर में बग भेजता था, जिससे उनके कंप्यूटर की स्क्रीन नीली हो जाती थी।
इसके बाद स्क्रीन पर एक हेल्पलाइन नंबर दिखने लगता था। जब पीड़ित उस नंबर पर कॉल करते थे, तो कॉल सेंटर के कर्मचारी अपने आप को माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन या अन्य बड़ी कंपनियों का प्रतिनिधि बताकर कंप्यूटर ठीक करने के लिए 99 डॉलर से लेकर 500 डॉलर तक की रकम मांगते थे। यह भुगतान बिटकॉइन, गिफ्ट कार्ड्स और अन्य डिजिटल माध्यमों से लिया जाता था।
गिरफ्तारी और बरामदगी
गिरफ्तार किए गए 76 आरोपियों में से अधिकतर उत्तर-पूर्व भारत के निवासी हैं। पुलिस ने इनसे 58 लैपटॉप, 45 चार्जर, 45 हेडफोन, 24 मोबाइल फोन, 2 राउटर, और एक एप्पल मैकबुक बरामद किया है।
इसके अलावा, यह गिरोह अमेरिकी नागरिकों का डेटा स्काइप एप्लिकेशन से खरीदता था और फिर उनसे ठगी करने के लिए फर्जी संदेश या वॉइस नोट्स भेजता था। इन संदेशों में पीड़ितों को बताया जाता था कि उनका अकाउंट हैक हो गया है या उनके नाम पर कोई पार्सल तैयार है, जिससे वे डर जाते थे और पैसे दे देते थे।
पुराने मामलों में आरोप
गिरोह के प्रमुख सदस्य कुरुनाल, सौरम, सादिक और साजिद अली पहले भी गुजरात में धोखाधड़ी के मामलों में जेल जा चुके थे। ये लोग लोन देने के नाम पर भी ठगी करते थे। स्काइप से प्राप्त डाटा के आधार पर पीड़ितों को लोन के फर्जी संदेश भेजे जाते थे।
यदि कोई व्यक्ति लोन लेने के लिए रुचि दिखाता था, तो उनसे 100 से 500 डॉलर तक की मांग की जाती थी। पैसे न देने पर फर्जी चेक भेजकर उनके बैंक खातों से पैसा निकालने की कोशिश की जाती थी।
ठगी का बढ़ता नेटवर्क
यह घटना दर्शाती है कि ऑनलाइन ठगी का नेटवर्क अब विदेशों तक फैल चुका है, और ठगों के तरीके भी लगातार बदलते जा रहे हैं। डिजिटल माध्यमों से ठगी करने वाले गिरोह अब अधिक तकनीकी रूप से सुसज्जित हो चुके हैं और उनसे निपटना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। हालांकि, नोएडा पुलिस की यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इन गिरोहों को रोकने की दिशा में एक बड़ी सफलता साबित हो सकती है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
नोएडा पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके सहयोगियों की तलाश कर रही है। डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी के अनुसार, पुलिस सभी आरोपियों को जल्द ही अदालत में पेश करेगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ एक गहरी जांच शुरू कर दी है, जिससे आने वाले समय में और भी बड़े ठगी के मामलों का पर्दाफाश हो सकता है।