
बांग्लादेश में घटित हो रहे राजनीतिक घटनाक्रम ने भारत की चिंता।
प्रज्ञा मिश्रा( टीवी47 न्यूज नेटवर्क),नई दिल्ली :बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद शुरु हुई भारी हिंसा, मार-काट और आगजनी के बीच फंसे भारतीयों के लिए एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा कदम उठाया है। भीषण हिंसा की आग में जल रहे 205 लोगों को पहली फ्लाइट से भारत वापस लाया गया है । अन्य भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए भी विमानों को भेजा जा रहा है ।एक अधिकारी ने बताया कि ए321 नियो विमान से संचालित यह चार्टर्ड उड़ान मंगलवार रात ढाका से रवाना हुई थी और इसके जरिये छह बच्चों व 199 वयस्कों सहित 205 लोगों को भारत लाया गया।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारी ने कहा कि एअर इंडिया ने ढाका में हवाई अड्डे पर बुनियादी ढांचा संबंधी चुनौतियों के बावजूद बेहद कम समय में विशेष उड़ान का संचालन किया। उन्होंने बताया कि दिल्ली से उड़ान भरने वाले इस विमान में कोई यात्री नहीं था।
एअर इंडिया दिल्ली से ढाका के बीच अपनी दो दैनिक उड़ानों का संचालन बुधवार से बहाल करेगा। मंगलवार कों कंपनी ने बांग्लादेश की राजधानी के लिए अपनी सुबह की उड़ान रद्द कर दी थी, लेकिन शाम की उड़ान को तय समय पर रवाना किया था। विस्तारा और इंडिगो भी बुधवार से तय समयसारिणी के अनुसार ढाका के लिए उड़ानों का संचालन करेंगी।
ढाका जाने वाली रूटीन उड़ानें रद्द
दोनों कंपनियों ने बांग्लादेश के हालात को देखते हुए मंगलवार को ढाका के लिए अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी थीं। विस्तारा ढाका के लिए मुंबई से दैनिक उड़ानों, जबकि दिल्ली से हफ्ते में तीन उड़ानों का संचालन करती है। वहीं, इंडिगो आमतौर पर दिल्ली, मुंबई और चेन्नई से ढाका के लिए रोजाना एक-एक उड़ान, जबकि कोलकाता से दो उड़ानों का संचालन करती है।
बांग्लादेश विवादास्पद आरक्षण प्रणाली के खिलाफ कई हफ्तों से जारी हिंसक प्रदर्शनों के बीच, पिछले 15 साल से सत्ता में रहीं शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से अचानक इस्तीफा देने और देश छोड़कर चले जाने के कारण अभूतपूर्व राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। इस आरक्षण प्रणाली के तहत 1971 के मुक्ति संग्राम में लड़ने वाले लोगों के परिवारों के लिए 30 फीसदी नौकरियां आरक्षित की गई थीं। सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शनों में 300 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
