
यूपी में विपक्ष के नेता बने माता प्रसाद पांडेय। फाइल फोटो।
लखनऊ [TV 47न्यूज नेटवर्क ]। सपा ने बहुत चतुराई और एक रणनीति के तहत माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष बनाकर यूपी में ब्राह्मणों को रिझाने का काम किया है। समाजवादी पार्टी के इस कदम से भाजपा मे जरूर बेचैनी होगी। सपा की रणनीति भविष्य में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव पर टिकी है। इसके पूर्व उसकी नजर राज्य में होने वाले उपचुनाव पर है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी विधायक दल की बैठक समाप्त हो गई है। विधानसभा सदस्य माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष चुना गया। सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्रीअखिलेश यादव ने निर्देश दिए हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार हो रहे विधानमंडल सत्र में पूरी तैयारी के साथ उतर जाएं और जनहित के मुद्दे प्रमुखता से उठाए जाएं। इनमें किसानों, जातीय गणना और कानून-व्यवस्था प्रमुख मुद्दे होंगे।
यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में इंद्रजीत सरोज का नाम भी तेजी से चल रहा था। हालांकि अखिलेश यादव ने माता प्रसाद पांडे पर भरोसा जताया और उनको को यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया हे। इसके अलावा सपा ने विधायक महबूब अली को अधिष्ठाता मंडल, कमाल अख्तर को मुख्य सचेतक और राकेश कुमार उर्फ आरके वर्मा को उप सचेतक नियुक्त किया है।
बता दें कि इससे पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव खुद थे। अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल सीट से विधायक थे। माता प्रसाद पांडे सिद्धार्थनगर की इटवा सीट से विधायक हैं। वह उत्तर प्रदेश विधानसभा के दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं।
