
महाकुंभ में महा जाम
प्रयागराज [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में इस बार श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ भीड़ उमड़ रही है। धार्मिक आस्था का सबसे बड़ा संगम इस समय भीषण जाम और यातायात प्रबंधन की कड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है।
100 किमी लंबा जाम, सीमाओं पर अघोषित इमरजेंसी
महाकुंभ में बढ़ती भीड़ के कारण प्रयागराज से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में यातायात पूरी तरह चरमरा गया है। कई प्रमुख मार्गों पर 100 किलोमीटर लंबा जाम लगने की खबरें सामने आई हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को जाम को नियंत्रित करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
यूपी सरकार ने इस भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एक आपातकालीन यातायात योजना लागू की है, जिसके तहत कई प्रमुख मार्गों पर वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 12 फरवरी 2025 को माघी पूर्णिमा के स्नान के मद्देनजर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद स्थिति की समीक्षा की है और यातायात प्रबंधन की निगरानी के लिए विशेष टीमों को तैनात किया गया है।
11 फरवरी से नो व्हीकल जोन लागू
महाकुंभ के दौरान सुचारू आवागमन सुनिश्चित करने के लिए 11 फरवरी 2025 से प्रयागराज के कई हिस्सों को ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया गया है।
- 11 फरवरी को सुबह 4:00 बजे से आवश्यक और आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
- इस दौरान सभी बाहरी श्रद्धालुओं को निर्धारित पार्किंग क्षेत्रों में ही अपने वाहन खड़े करने होंगे।
- इस यातायात योजना को 12 फरवरी तक लागू रखा जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को स्नान के बाद सुरक्षित और सुगम निकासी मिल सके।
- कल्पवासियों के वाहनों पर भी यह प्रतिबंध लागू रहेगा।
श्रद्धालुओं को 8-10 किमी पैदल चलना होगा
नो व्हीकल जोन के कारण श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने के लिए 8 से 10 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी होगी। प्रयागराज शहर के अंदर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न स्थानों पर पार्किंग सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, लेकिन अंतिम स्नान स्थल तक उन्हें पैदल ही जाना पड़ेगा।
इस दौरान प्रशासन ने विभिन्न मार्गों पर पुलिस बल तैनात किया है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। इसके अलावा, पैदल यात्रा के दौरान चिकित्सा सहायता, जल आपूर्ति और विश्राम स्थलों की भी व्यवस्था की गई है।
महाकुंभ 2025 में अब तक 44 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
महाकुंभ का आयोजन इस बार और भव्य रूप में किया जा रहा है। अब तक 44 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। संगम के तटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। मेला प्रशासन ने इस विशाल जनसमूह के सुचारू प्रबंधन के लिए विभिन्न उपाय किए हैं, जिसमें विशेष बैरिकेडिंग, निगरानी ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों का उपयोग किया जा रहा है।
रेल और सड़क मार्गों पर भीड़, यात्रियों को करनी पड़ रही मुश्किलें
प्रयागराज की ओर जाने वाली सभी प्रमुख रेलगाड़ियाँ और बसें पूरी तरह से भरी हुई हैं। रेलवे स्टेशनों और बस टर्मिनलों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।
- रेलवे प्रशासन ने कई अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, लेकिन यात्रियों की संख्या इतनी अधिक है कि सामान्य यात्रा संभव नहीं हो पा रही है।
- बसों की संख्या भी बढ़ाई गई है, लेकिन जाम और भारी भीड़ के चलते यात्रियों को असुविधा हो रही है।
- प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाएं और उपलब्ध वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।
यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उठाए गए कदम
महाकुंभ में यातायात प्रबंधन को सुचारू बनाने के लिए प्रशासन ने कई अहम कदम उठाए हैं:
- प्रमुख मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
- श्रद्धालुओं के लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था
- मेले में पैदल चलने वालों के लिए विशेष रास्ते और बैरिकेडिंग
- रेलवे स्टेशनों और बस स्टॉप्स पर हेल्प डेस्क की स्थापना
- विभिन्न पार्किंग स्थलों से संगम तक शटल बस सेवा का संचालन
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यातायात प्रतिबंधों का पालन करें और अनावश्यक रूप से अपने निजी वाहनों का उपयोग न करें। इसके अलावा, प्रशासन ने निम्नलिखित सुझाव भी दिए हैं:
- स्नान के लिए जाने से पहले यातायात प्लान की जानकारी अवश्य लें।
- यदि संभव हो तो सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।
- भीड़भाड़ वाले समय में स्नान करने से बचें।
- प्रशासन और सुरक्षाकर्मियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
स्नान तिथियों पर भीड़ का अनुमान
12 फरवरी को माघी पूर्णिमा स्नान होने के कारण भारी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुँचेंगे।
तिथि | स्नान पर्व | भीड़ का अनुमान |
12 फरवरी 2025 | माघी पूर्णिमा | 6 करोड़ से अधिक |
26 फरवरी 2025 | महाशिवरात्रि | 5 करोड़ से अधिक |
प्रशासन की ओर से अपील
- यात्री अपने यात्रा कार्यक्रम को पहले से प्लान करें।
- पैदल यात्रा के लिए तैयार रहें और हल्का सामान लेकर आएँ।
- प्रशासन की ओर से दिए गए निर्देशों का पालन करें।
- मेला क्षेत्र में हेल्पलाइन नंबरों को नोट करके रखें।
हेल्पलाइन और संपर्क नंबर
सेवा | हेल्पलाइन नंबर |
पुलिस कंट्रोल रूम | 100 / 112 |
मेडिकल इमरजेंसी | 108 |
रेलवे हेल्पलाइन | 139 |
बस सेवा हेल्पलाइन | 1800-XXXX-XXXX |