
Lucknow | File Photo
लखनऊ [TV 47 न्यूज़ नेटवर्क] । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बड़ा जमीन घोटाला सामने आया है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) में फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन की रजिस्ट्री कर बेचने वाले गैंग का खुलासा हुआ है। इस पूरे मामले की जांच विशेष कार्य बल (STF) द्वारा की जा रही है।
गायब हुई 24 फाइलें, 21 STF को सौंपी गईं
जांच में सामने आया कि जमीन आवंटन की कुल 45 फाइलों में से 24 फाइलें गायब हैं। केवल 21 फाइलों की रिपोर्ट STF को सौंपी गई है। इन 24 फाइलों की जानकारी न तो LDA के पास है और न ही STF को अब तक कोई डेटा मिल सका है, जिससे इस घोटाले का दायरा और गहराता जा रहा है।
STF ने पकड़े फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग के सदस्य
STF ने लखनऊ से 6 लोगों को गिरफ्तार किया है जो मिलकर गैंग के रूप में फर्जी रजिस्ट्री कर जमीनें बेचते थे। इस गैंग के मुख्य सदस्यों में शामिल हैं:
अचलेश्वर गुप्ता
मुकेश मौर्य
धनंजय सिंह
राम बहादुर सिंह
राहुल सिंह
सचिन
23 फर्जी रजिस्ट्री दस्तावेज, बैंक पासबुक और चेक बरामद
गिरफ्तारी के दौरान STF ने इनके पास से 23 फर्जी रजिस्ट्री के कागजात, कई बैंक पासबुक, और चेकबुक बरामद किए हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि ये लोग लोगों को झांसे में लेकर नकली दस्तावेजों के आधार पर प्रॉपर्टी बेचते थे।
कैसे काम करता था यह फर्जीवाड़ा गैंग?
इस गैंग की कार्यप्रणाली काफी संगठित थी:
- LDA की पुरानी या निष्क्रिय फाइलों की जानकारी निकालते
- नकली दस्तावेज तैयार कर फर्जी रजिस्ट्री कराते
- भोले-भाले खरीदारों को असली रजिस्ट्री के नाम पर बेचते
आगे की कार्रवाई और संभावित आरोप
STF इस मामले में और भी लोगों की भूमिका की जांच कर रही है। साथ ही गायब फाइलों की फॉरेंसिक जांच भी संभव है। यह भी जांचा जा रहा है कि LDA के कर्मचारियों की मिलीभगत तो इसमें नहीं रही।