
Aligarh | File Photo
अलीगढ़[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। करणी सेना में आंतरिक मतभेद और अनुशासनहीनता के चलते एक बड़ा संगठनात्मक बदलाव देखने को मिला है। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर सिंह चौहान ने उत्तर प्रदेश की पूरी कार्यकारिणी को 16 अप्रैल को भंग कर दिया।
प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान को हटाया गया
इस कार्रवाई के तहत प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान को भी उनके पद से हटा दिया गया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के अनुसार, यह कदम अनुशासहीनता और संगठन के खिलाफ गतिविधियों के कारण उठाया गया।
“ज्ञानेंद्र सिंह अब भी अपने आपको प्रदेश अध्यक्ष बताकर कार्य कर रहे थे, जबकि उन्हें पद से मुक्त किया जा चुका है।”
रामजीलाल सुमन के काफिले पर हमले की जिम्मेदारी बनी कारण
ज्ञात हो कि सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी स्वयं ज्ञानेंद्र सिंह ने ली थी, जो संगठन के अनुशासन के खिलाफ माना गया।
यह स्वीकारोक्ति उनके पदमुक्त होने के बाद आई, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई।
कार्यकारिणी के अन्य सदस्य भी पद से हटाए गए
केवल प्रदेश अध्यक्ष ही नहीं, बल्कि ज्ञानेंद्र सिंह के नेतृत्व में काम कर रहे अन्य पदाधिकारियों को भी संगठन से हटाया गया है। यह दर्शाता है कि संगठन अनुशासन और जवाबदेही को लेकर सख्त रुख अपना रहा है।