
जश्न मनाती भाारतीय टीम।
नई दिल्ली [TV 47 न्यूजनेटवर्क]। भारतीय क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को रोमांचक मुकाबले में हराते हुए इतिहास रच दिया। भारतीय टीम ने बारबोडोस के स्टेडियम में 11 साल बाद विश्व कप की ट्राफी पर कब्जा किया।
रोहित सेना ने बारबाडोस की धरती पर झंडा गाड़ दिया। 17 साल बाद भारत टी-20 विश्व कप में विश्व विजेता बना है। आखिरी ओवर की आखिरी गेंद तक चले रोमांचक की पराकाष्ठा वाले मुकाबले में टीम इंडिया ने वो कर दिखाया, जिसका सपना 140 करोड़ भारतीयों ने दखा था। भारतीय टीम 2007 में एमएस धोनी की कप्तानी में चैंपियन बनी थी। उधर, जीत के साथ भारत में आकाश आतिशबाजियों से रंग गया।
अंतिम तीन ओवरों में पलट गया मैच
लंबे समय से मैदान पर अड़े क्विंटन डि कॉक को 39 रनों के निजी स्कोर पर अर्शदीप सिंह ने चलता किया, लेकिन इसके बाद जो तूफान आया तो उसे रोक पाना मुश्किल हो गया। हेनरिक्स क्लासेन ने अक्षर पटेल और कुलदीप यादव को जमकर निशाना बनाया और सिर्फ 23 गेंदों में 2 चौके और 5 छक्के उड़ाते हुए हाफ सेंचुरी पूरी कर डाली। हालांकि, 17वें ओवर में हार्दिक पंड्या ने क्लासेन को आउट कराते हुए मैच को पूरी तरह से भारत के पक्ष में लाकर खड़ा कर दिया। इसके बाद अर्शदीप ने कमाल का ओवर डाला। आखिरी ओवर में हार्दिक पंड्या की गेंद पर सूर्या ने डेविड मिलर का शानदार कैच लिया। शायद क्रिकेट इतिहास का सबसे मुश्किल कैच है। उपकप्तान हार्दिक ने आखिरी ओवरों में 16 रन बचाते हुए भारत को जीत दिला दी।
177 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में नाकाम रही दक्षिण अफ्रिका
दक्षिण अफ्रिका की टीम ने 177 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के लिए मैदान में उतरी। हालांकि, शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। उसे हेंड्रिक्स के रूप में पहला झटका लगा, जिसे जसप्रीत बुमराह ने अपने अंदाज में चार रन पर बोल्ड किया। इसके बाद कप्तान एडेन मार्करम को अर्शदीप सिंह ने पंत के हाथों चार रनों के निजी स्कोर पर लपकवाया। हालांकि, यहां से स्टब्स ने 21 गेंदों में 31 रन की पारी खेलकर टीम को 70 रनों तक पहुंचा दिया। उन्होंने अक्षर पटेल की गेंद पर बोल्ड होने से पहले 3 चौके और एक छक्का मारा।