
प्रयागराज, [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। गंगा-यमुना में अचानक उफान आने से तीर्थराज प्रयाग के कोतवाल लेटे हनुमान जी ने पुन: महास्नान कर लिया है। शुक्रवार की रात मां गंगा की पावन धारा ने पुन: मंदिर में प्रवेश किया। गंगा मइया की जय….., पवनसुत हनुमान की जय…. के साथ बजरंगी के आराध्य भगवान राम के उद्घोष से मंदिर का कोना कोना आध्यात्मिक हिलोर में डूब गया। मंदिर के महंत बलवीर गिरि ने अभिषेक करके विधि-विधान से पूजन किया।
इससे पहले सात अगस्त को भी मां गंगा ने हनुमान जी को स्नान कराया था और स्नान के बाद 12 अगस्त को गंगा वापस लौट गई थी। अब ठीक 33 वें दिन पुन: लेटे हनुमान जी को नहलाने पतित पावनी ने मंदिर में प्रवेश किया। सीढ़ियों से गंगाजल उतरता देख पूरे मंदिर परिसर में जयकारे गूंजने लगे।
शंख ध्वनि, घंटा-घड़ियाल की गूंज के बीच गगनभेदी जयकारे से पूरा परिसर झूम उठा। इस विशेष क्षण को लोग अपने मोबाइल कैमरे में करते रहे तो साधु संत आध्यात्म के रंग में भाव विभोर हो गए। बहुत कम ही ऐसे संयोग बनते हैं जब मां गंगा दो-दो बार हनुमान जी को चंद दिनों के अंतराल पर स्नान कराएं।