
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की वजह
लखनऊ [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। शनिवार की रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 18 यात्रियों की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हो गए। यह भगदड़ मुख्य रूप से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ के कारण हुई।
भगदड़ की प्रमुख वजहें
1. महाकुंभ 2025 में जाने की होड़
शनिवार-रविवार की छुट्टी के कारण हजारों श्रद्धालु प्रयागराज के लिए रवाना हो रहे थे। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे अव्यवस्था फैल गई।
2. प्रत्याशित से अधिक यात्रियों की संख्या
हर घंटे 1500 से अधिक टिकट बेचे जा रहे थे। लेकिन इतनी बड़ी संख्या में यात्रियों की संभाल के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनें पहले से लेट चल रही थीं। ऐसे में रेलवे ने एक विशेष ट्रेन की घोषणा कर दी। इस एलान के बाद यात्री प्लेटफॉर्म 14 से 16 की ओर दौड़ पड़े, जिससे भगदड़ मच गई।
3. प्लेटफॉर्म पर भीड़ का दबाव
स्टेशन पर मौजूद स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस, भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस और प्रयागराज एक्सप्रेस पहले से ही देरी से चल रही थीं। जब नई ट्रेन की घोषणा हुई, तो यात्रियों का दबाव बढ़ गया और भीड़ संभाली नहीं जा सकी।
हादसे में अपनों को खोने वालों की आपबीती
बिहार के राजकुमार माझी अपनी पत्नी, बेटी और बेटे के साथ नवादा जा रहे थे। इस हादसे में उनकी पत्नी और बेटी की मौत हो गई, जबकि उनका बेटा लापता है। वहीं, पटना के पप्पू ने बताया कि उन्होंने इस हादसे में अपनी मां को खो दिया। प्रयागराज जा रहे एक श्रद्धालु ने बताया कि प्लेटफॉर्म 12 पर शिवगंगा एक्सप्रेस खड़ी थी। जैसे ही यह ट्रेन चली, भीड़ प्लेटफॉर्म 14 और 15 पर उमड़ पड़ी, जिससे भगदड़ हो गई।
हादसे पर प्रशासन की प्रतिक्रिया
1. उच्चस्तरीय जांच के आदेश
रेलवे प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। लोकनायक अस्पताल में 15 लोगों की मौत की पुष्टि हुई, जबकि दो अन्य की मौत लेडी हार्डिंग अस्पताल में हुई।
2. एनडीआरएफ की टीम मौके पर तैनात
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम मौके पर राहत कार्यों में जुट गई। दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग के अनुसार, रात 9:55 बजे प्लेटफॉर्म 14-15 पर भगदड़ की सूचना मिली थी और तुरंत चार गाड़ियों को रवाना किया गया।
स्टेशन पर भगदड़ रोकने के लिए क्या किया जाना चाहिए?
1. यात्री प्रबंधन प्रणाली को मजबूत करना
रेलवे को यात्रियों के नियंत्रण के लिए बेहतर योजनाएं लागू करनी चाहिए। जरूरत से ज्यादा टिकट बेचना और यात्रियों को सीमित प्लेटफॉर्म पर भेजना हादसों को न्योता देता है।
2. आपातकालीन गेट और निकासी व्यवस्था
ऐसे मामलों में भगदड़ को रोकने के लिए अतिरिक्त निकासी मार्गों की व्यवस्था की जानी चाहिए। ओवरब्रिज और सीढ़ियों पर भीड़ कम करने के लिए एस्केलेटर और अतिरिक्त रास्ते होने चाहिए।
3. रेलवे स्टाफ और सुरक्षा बढ़ाना
ऐसे बड़े आयोजनों के दौरान रेलवे को अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती करनी चाहिए ताकि भीड़ को ठीक से नियंत्रित किया जा सके।
4. ट्रेन संचालन की उचित योजना
महाकुंभ जैसे आयोजनों के दौरान अतिरिक्त ट्रेनों की योजना पहले से ही बनानी चाहिए ताकि यात्रियों को सही दिशा में नियंत्रित किया जा सके।