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प्रयागराज [TV 47 न्यूज़ नेटवर्क ]। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के लिए यह ऐतिहासिक अवसर है क्योंकि भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने विश्वविद्यालय को 1.08 करोड़ का शोध अनुदान स्वीकृत किया है। यह अनुदान विश्वेश्वरैया पीएचडी योजना (चरण-2) के अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक एवं आईटी अनुसंधान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दिया गया है।
इविवि को मिली तीन पीएचडी सीटें
अनुदान के साथ तीन पीएचडी सीटों की भी मंजूरी मिली है। ये सीटें इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन विभाग के अंतर्गत उपलब्ध होंगी, जिन पर उच्च गुणवत्ता वाले शोध कार्य होंगे।
नोडल अधिकारी डॉ. नीलेश आनंद श्रीवास्तव के प्रस्ताव पर यह अनुदान स्वीकृत हुआ है।
छात्र लाभ: फेलोशिप, अंतरराष्ट्रीय यात्रा और रिसर्च फंड
इस योजना के तहत छात्रों को निम्नलिखित लाभ मिलेंगे:
- पहले 2 वर्षों के लिए ₹38,750/माह फेलोशिप
- अगले 3 वर्षों के लिए ₹43,750/माह फेलोशिप
- फेलोशिप पर 16% HRA
- ₹1.20 लाख/वर्ष रिसर्च खर्च
- ₹1.50 लाख अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिए
- विदेश यात्रा के लिए ₹1.50 लाख वीज़ा व ट्रैवल खर्च
- विदेश प्रवास के दौरान ₹1.50 लाख/माह की फेलोशिप रिसर्च फोकस: आधुनिक तकनीकों में गहराई से अध्ययन
यह अनुदान निम्न क्षेत्रों में शोध को गति देगा:
- इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिज़ाइन और विनिर्माण
- सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएं
- VLSI डिज़ाइन
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- क्लाउड कंप्यूटिंग
यह सफलता प्रो. संगीता श्रीवास्तव , इविवि की पहली महिला कुलपति के नेतृत्व में संभव हुई है। उनके मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शोध परिदृश्य पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करवा रहा है।