
प्रयागराज [रवि गुप्ता ]। संगम नगरी प्रयागराज के नवाबगंज स्थित गऊघाट आश्रम के प्राचीन मंदिर का ताला तोड़कर बदमाशो ने राधा-कृष्ण की अष्टधातु की मूर्ति को गायब कर दिया। सुबह महंत जब जल चढ़ाने गए तो घटना की जानकारी हुई। सूचना पर एसीपी सोरांव एसओजी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। मंदिर में मिले आधार कार्ड व डायरी के आधार पर पुलिस एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
शृंग्वेरपुरधाम से दो किमी दूर गऊघाट आश्रम है। इसका संचालन फलाहारी संत स्वामी जयराम दास महाराज करते हैं। सोमवार को जब गंगा स्नान के बाद वह जल चढ़ाने पहुंचे तो मंदिर का ताला टूटा था। अंदर से 100 वर्ष पुरानी अष्टधातु की दो मूर्तियां गायब थीं।
महंत ने इसकी सूचना आश्रम के अन्य संतों को देने के पश्चात पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी। सूचना पर एसीपी सोरांव जंग बहादुर यादव, एसओजी प्रभारी सुखचैन तिवारी, इंस्पेक्टर नवाबगंज समेत फोरेंसिक और डाग स्क्वायड मौके पर पहुंच गई।
महंत की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस जांच-पड़ताल में जुट गई। मौका मुआयना के दौरान पुलिस को मंदिर परिसर से एक आधार कार्ड, डायरी आदि बरामद हुए। पुलिस ने इसके आधार पर मानिकपुर थाना क्षेत्र से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है।
मंदिर के महंत ने फल और जल त्यागा, मचा हड़कंप
गऊघाट आश्रम स्थित मंदिर से अष्टधातु की दो मूर्तियां चोरी होने से फलाहारी संत स्वामी जयराम दास आहत हैं। चोरी के बाद उन्होंने फल और जल त्याग दिया है। जानकारी होने पर एसीपी जंग बहादुर यादव व आसपास के ग्रामीण उन्हें मनाने पहुंचे थे, लेकिन वह नहीं माने।
क्या कहा आश्रम के पुजारी ने
आश्रम की सुरक्षा के लिए परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ऐसा आभास हो रहा है कि घटना को अंजाम देने के लिए चोरों ने कैमरे में छेड़छाड़ की है। रविवार रात 12 से दो बजे के बीच चोरी की गई है। 11:10 बजे तक सीसीटीवी कैमरे चल रहे थे, उसके बाद बंद कर दिया गया।
दोबारा भोर में चार बजे इसे चालू किया गया है। स्वामी जयराम दास महाराज ने कहा कि पहलवान स्वामी के समय की 100 वर्ष पुरानी अष्टधातु की मूर्ति है। मन दुखी है, इसलिए फल और जल का त्याग किया है। पुलिस अपना काम कर रही है, आशा है जल्द ही मूर्ति बरामद होगी।