
यूपी में सीएम योगी का बड़ा पुलिस फेरबदल, एक दर्जन कप्तानों के ट्रांसफर फाइल फोटो
लखनऊ,[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने नए साल से ठीक पहले प्रदेश के कई जिलों के पुलिस कप्तानों के तबादले किए हैं। यह फेरबदल राज्य की कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने और प्रशासनिक कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए किया गया है। इस फेरबदल में एक दर्जन से अधिक पुलिस कप्तानों के नाम शामिल हैं, जिसमें कई चर्चित आईपीएस अधिकारी भी शामिल हैं।
प्रमुख पुलिस अफसरों के ट्रांसफर
योगी सरकार के इस बड़े फेरबदल में एक प्रमुख नाम डॉ. अजय पाल शर्मा का है, जिन्हें पुलिस अधीक्षक जौनपुर से प्रभारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट प्रयागराज बनाया गया है। इसके अलावा, डॉक्टर कौस्तुभ को पुलिस अधीक्षक अंबेडकर नगर से पुलिस अधीक्षक जौनपुर नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार, केशव कुमार को पुलिस उपायुक्त लखनऊ से पुलिस अधीक्षक अंबेडकर नगर नियुक्त किया गया है।
इसके साथ ही, अपर्णा रजत कौशिक को एसपी कासगंज से एसपी अमेठी बनाया गया है। कानपुर में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अंकिता शर्मा को पुलिस अधीक्षक कासगंज बनाया गया है। एसपी अमेठी अनूप सिंह को पीएसी लखनऊ भेजा गया है, जबकि विक्रांत वीर को बलिया एसपी से देवरिया एसपी बनाया गया है।
विवादों में रहे अधिकारी भी हुए ट्रांसफर
यह फेरबदल कई विवादों में रहे अधिकारियों को प्रभावित करता है। विशेष रूप से, एसपी सिद्धार्थनगर प्राची सिंह, एसपी बहराइच वृंदा शुक्ला, और एसपी अमेठी अनूप सिंह का ट्रांसफर किया गया है। प्राची सिंह के खिलाफ आरोप थे और उनका विरोध भी हो रहा था। उनका तबादला इस दौरान हुआ, जब उनका विरोध और धरना चल रहा था। वहीं, बहराइच में हाल में हुई हिंसा के बाद एसपी वृंदा शुक्ला के खिलाफ सवाल उठ रहे थे, जिसके कारण उनका भी ट्रांसफर किया गया।
पुलिस अफसरों का प्रमोशन और नए पद
इस फेरबदल के दौरान कुछ अधिकारियों को प्रमोशन भी दिया गया है। चिरंजीवी नाथ सिंह को एडिशनल एसपी बाराबंकी से पुलिस अधीक्षक हाथरस बनाया गया है। एसपी संकल्प शर्मा को एसपी देवरिया से डीसीपी लखनऊ बनाया गया है। इसके अलावा, अभिषेक महाजन को पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर का पद सौंपा गया है।
तीन एसपी को शंट किया गया
इस फेरबदल में तीन पुलिस कप्तानों को शंट किया गया है। इनमें प्राची सिंह, वृंदा शुक्ला और अनूप सिंह का नाम शामिल है। इन अधिकारियों को उनके विवादित कार्यों और असफलताओं के कारण स्थानांतरित किया गया है। इस कदम से योगी सरकार ने यह संकेत दिया है कि प्रशासन में सुधार लाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
योगी सरकार का मकसद: बेहतर प्रशासन और कानून-व्यवस्था
सीएम योगी आदित्यनाथ के इस पुलिस फेरबदल का मुख्य उद्देश्य राज्य की कानून-व्यवस्था को सुधारना और प्रशासनिक कार्यों में अधिक पारदर्शिता लाना है। यह कदम योगी सरकार की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसमें अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पुलिस अधिकारियों के कार्यों पर निगरानी रखना शामिल है। यह फेरबदल आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि योगी सरकार अपनी छवि को बेहतर बनाने के लिए हर कदम उठा रही है।