
नोएडा में सफाइकर्मियों की हड़ताल। फाइल फोटो।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जन स्वास्थ्य विभाग में तैनात श्रमिकों ने एक बार फिर से हड़ताल शुरू कर दी है। इससे शहर की साफ सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है। बार बार समझाने के बाद भी श्रमिक संगठन मान नहीं रहे है, मांग पूरी होने के बाद ही काम पर लौटने की बात कही जा रही है।
बता दें कि ठेकेदारों के जरिये जन स्वास्थ्य विभाग में तैनात सौ प्रतिशत के 2200 श्रमिक हड़ताल पर चले गए है। श्रमिकों की मांग है कि वह ठेकेदार कंपनी के तहत अब काम काज नहीं करेंगे। प्राधिकरण अपने यहां पर उनका मर्जर कर स्थाई नौकरी दे।
इस प्रकरण को लेकर कई दिनों से दोनों प्राधिकरणों में आठ श्रमिक संगठन अधिकारियों पर दबाव बना रहे थे, सुनवाई नहीं होने पर सोमवार को सेक्टर-94 स्थित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर धरना देने पहुंच गए।
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जहां पर उनसे बातचीत के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जन स्वास्थ्य विभाग महाप्रबंधक इंदु प्रकाश सिंह, नोएडा प्राधिकरण महाप्रबंधक जल आरपी सिंह, जन स्वास्थ्य विभाग महाप्रबंधक एसपी सिंह, उपमहाप्रबंधक सिविल विजय कुमार रावल पहुंचे, लेकिन श्रमिक संगठनों अधिकारियों से वार्ता करने से साफ इनकार कर दिया।
सीईओ से वार्ता कराने की मांग को लेकर अड़ गए। काफी मशक्कत के बाद आठ श्रमिक संगठनों के दो-दो लोगों के साथ प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय कुमार खत्री के साथ वार्ता कराने के लिए का राजी कराया गया। सेक्टर-6 स्थित कार्यालय बुला लिया, लेकिन श्रमिक संगठनों के साथ करीब चार सौ से अधिक श्रमिक प्राधिकरण कार्यालय का घेराव करने पहुंच गए।
इस दौरान अचानक सड़क पर भीड़ आने से यातायात प्रभावित हो गया, जगह-जगह जाम लग गया, जिससे शहरवासियों को घंटों जाम से जुझृना पड़ा। प्राधिकरण कार्यालय के आसपास कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका को लेकर आनन फानन में भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। इस दौरान प्राधिकरण में आने जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
काफी देरतक श्रमिक संगठनों के साथ प्राधिकरण अधिकारियों ने वार्ता की, लेकिन नतीजा सिफर रहा। इस मामले पर अधिकारियों से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि देश में कही भी यह नियम नहीं है कि ठेकेदारों के अंडर में तैनात कर्मचारियों को किसी संस्था में स्थाई रूप से तैनात कर दिया जाए। मांगे पूरी तरह से अनुचित है।
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