
विनेश फोगाट।
नई दिल्ली [TV 47 न्यूज नेटवर्क]। ओलंपिक 2024 की महिलाओं की 50 किलोग्राम कुश्ती के गोल्ड मेडल मैच से डिस्क्वालीफाई होने के बाद विनेश फोगाट काफी टूट गई हैं। इसके बाद उन्होंने कुश्ती को अलविदा कह दिया। ऐसे में यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या विनेश फोगाट की सियासी पारी शुरू हो सकती है।
खासकर यह सवाल तब उठ रहे हैं, जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले है। ऐसे में राजनीतिक दलों की नजर उन पर जरूर होगी। यह भी तय है कि जिस तरह से पूरे देश में उनके प्रति सहानुभूति की लहर है, इससे तय है कि वह जिस दल से भी चुनावी मैदान में उतरेंगी उनकी जीत भी पक्की है।
राजनीति में आना अचरज नहीं
वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र शुक्ला का कहना है कि विनेश फोगाट का राजनीति में आना कोई अचरज की बात नहीं है। कुश्ती से अलविदा कहने के बाद विनेश अपनी सियासी पारी शुरू कर सकती है। उन्होंने आगे कहा कि देश में ऐसे कई उदाहरण हैं, जब राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने खेल से सन्यास लेने के बाद सियासी पारी का श्रीगणेश किया। उन्होंने कहा किसी भी ख्याति प्राप्त खिलाड़ी के लिए यह बहुत आसान हो जाता है। वह सरलता से पहली बार में चुनाव भी जीत जाते हैं। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में तो ऐसे कई नजीर भी हैं।
लोकप्रियता के चलते स्टार प्रचारक
देवेंद्र ने कहा कि खेल में उनकी लोकप्रियता का लाभ राजनीतिक दल भी उठना चाहेंगे। ऐसे में जाहिर है कि राजनीतिक दल विनेश को यह मौका जरूर देंगे। विनेश उनके लिए एक उम्मीदवार ही नहीं, बल्कि उनको एक स्टार प्रचारक के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस समय पूरे देश में विनेश के प्रति लोगों की गहरी सहानुभूति है। इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। जाहिर तौर इसका बड़ा लाभ उनको राजनीति में मिल सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हो सकता है कि बड़े राजनीतिक दल उन पर नजर रखे हो।
सोशल मीडिया में सन्यास की दी जानकारी
बता दें कि 8 अगस्त को विनेश फोगाट के सोशल मीडिया पलेटफॉर्म पर एक पोस्ट शेयर किया गया था। इसमें उन्होंने भावुक होकर अपनी संन्यास की घोषणा की है। इस पोस्ट से ऐसा लगा जैसे कि डिसक्वालिफिकेशन की वजह से विनेश फोगाट पूरी तरह से टूट गई हैं। उन्होंने लिखा..मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। उनकी यह पोस्ट काफी वायरल हो रही है।