
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक।
प्रयागराज [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक के दूसरे दिन शनिवार को प्रस्ताव पास किए गए। श्री निरंजनी अखाड़ा के आश्रम में आयोजित बैठक की अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने की। इसमें शाही स्नान और पेशवाई का नाम बदलने का प्रस्ताव अहम रहा।
शाही स्नान उर्दू और पेशवाई फारसी शब्द
जूना अखाड़ा के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी ने प्रस्ताव रखते हुए कहा कि शाही स्नान उर्दू और पेशवाई फारसी शब्द है। इसे बदलकर दोनों परंपराओं का हिंदी अथवा संस्कृत में नाम रखा जाना चाहिए। इसके अलावा गाय के संरक्षण और संवर्धन का प्रस्ताव पास करते हुए उन्हें राष्ट्र माता घोषित करने की मांग की। इसके अलावा लव जिहाद व मतांतरण रोकने, प्राचीन मंदिरों को नष्ट होने से बचाने का प्रस्ताव पास किया गया।
महाकुंभ क्षेत्र में मांस मदिरा की दुकानों को प्रतिबंधित किया जाए
अखाड़ों ने उम्मीद जताई है कि केंद्र और प्रदेश सरकार भी इसके लिए प्रयास करेगी। महाकुंभ क्षेत्र में मांस मदिरा की दुकानों को प्रतिबंधित किए जाने का प्रस्ताव पास किया गया। मठ मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग का प्रस्ताव पास हुआ।
अखाड़ों को कुंभ 2019 में दिए गए अनुदान को बढ़ाकर दोगुना किए जाने की मांग की। इसके अलावा गंगा की अविरलता और निर्मलता का प्रस्ताव पास हुआ। साथ ही गंगा यमुना पर बन रहे स्नान घाटों का नामकरण अखाड़ों के ईष्ट देवता के नाम पर किए जाने की मांग, ताकि श्रद्धालुओं में अखाड़ों की पहचान बनी रहे।