
फाइल फोटो।
नोएडा,[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। भारतीय किसान यूनियन मंच के नेतृत्व में 81 गांवों के किसान 10 अक्टूबर से नोएडा प्राधिकरण पर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। मंगलवार को इस धरने का 40वां दिन था। किसानों ने यह धरना अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर शुरू किया था, जिनका समाधान वे नोएडा प्राधिकरण से चाहते हैं। इस धरने की अध्यक्षता बाबा मूलचंद चौहान ने की, जबकि मंच का संचालन विमल उधम चौहान नंगली वाजिदपुर ने किया।
नोएडा प्राधिकरण के साथ बैठक
भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक चौहान के अनुसार, भारतीय किसान यूनियन मंच ने किसानों को 18 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से बैठक करने के लिए बुलाया था। बैठक में किसान नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय खत्री, सतीश पाल ओएसडी महेंद्र प्रसाद, क्रांति शेखर, अरविंद कुमार, तहसीलदार शशि सीमा चौहान समेत अन्य अधिकारियों से मिले।
बैठक में किसानों ने सवाल उठाया कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) इस महत्वपूर्ण बैठक में क्यों नहीं शामिल हुए। अधिकारियों ने जवाब दिया कि सीईओ को अत्यावश्यक काम से बाहर जाना पड़ा है, इसलिए वे बैठक में मौजूद नहीं रह सके। इस पर किसानों ने सवाल किया कि जब बैठक इतनी महत्वपूर्ण थी तो सीईओ को भी शामिल होना चाहिए था।
समाधान की दिशा में कदम
बैठक के दौरान अधिकारियों ने किसानों को जानकारी दी कि गांव गेझा, तिलपताबाद और याकूबपुर का खसरेवार सर्वे 15 दिनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद न्यायालय ने किसानों को अतिरिक्त 10 प्रतिशत भूमि के बदले धनराशि देने के आदेश दिए हैं, और इसी सप्ताह उन्हें धनराशि के चेक वितरित किए जाएंगे। हालांकि, भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान ने कहा कि किसानों को अब तक के अनुभव से भरोसा नहीं है।
किसान न आएंगे झांसे में
सुधीर चौहान ने कहा कि किसानों को अब तक नोएडा प्राधिकरण द्वारा कई झूठे वादों का सामना करना पड़ा है, और अब वे किसी भी गुमराह करने वाले वादे को नहीं मानेंगे। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आने वाले 81 गांवों के सभी किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता, तब तक धरना जारी रहेगा। उनका यह भी कहना था कि “हम लड़ेंगे और जीतेंगे, हमें हमारा हक मिलेगा।”