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वाराणसी , [TV 47 न्यूज़ नेटवर्क ] उत्तर प्रदेश के वाराणसी से पश्चिम बंगाल के हावड़ा के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाने की योजना को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। रेलवे ने इस परियोजना के लिए सर्वे का कार्य पूरा कर लिया है, और कॉरिडोर निर्माण हेतु जिलावार जगहों को चिन्हित किया जा रहा है।
इस हाई स्पीड ट्रेन कॉरिडोर का निर्माण 80 गांवों से होकर गुजरेगा और इसके लिए कुल 1305 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। यह कॉरिडोर वाराणसी से हावड़ा के बीच यात्रा के समय को महज तीन से चार घंटे तक सीमित करेगा।
रेल मंत्रालय की कंसल्टेंट एजेंसी, नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने जिला प्रशासन को कॉरिडोर के एलाइनमेंट से संबंधित ब्यौरा भेजा है। अधिकारियों के अनुसार, यह कॉरिडोर बनारस से बिहार और झारखंड होते हुए हावड़ा तक करीब 800 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें कई एलिवेटेड पुल भी शामिल होंगे।
एडीएम प्रशासन विपिन कुमार ने बताया कि कॉरिडोर के एलाइनमेंट के सर्वे के बाद 80 गांवों की सूची तैयार की गई है। पूरी परियोजना 49 किलोमीटर तक फैलेगी, जिसमें एलिवेटेड रेल लाइन करीब 15 मीटर ऊँचाई पर गुजरेगी।
वाराणसी में एकमात्र स्टेशन हरहुआ के पास प्रतापचट्टी में बनेगा, जहां स्टेशन, यार्ड और मेंटेनेंस सेंटर का निर्माण किया जाएगा। हाई स्पीड ट्रेन वाराणसी से चंदौली, गाजीपुर, पटना, और झारखंड होते हुए हावड़ा तक पहुंचेगी।
यह चार कोच वाली ट्रेन 750 यात्रियों की क्षमता के साथ पहली बार देश में हाई स्पीड सेवा प्रदान करेगी। हालांकि, अभी इसका किराया तय नहीं किया गया है।
वाराणसी में चिह्नित गांवों में लच्छापुर, गुरदासपुर, खजुरी और मिर्जापुर जैसे गांव शामिल हैं। यह परियोजना न केवल यात्रा की गति बढ़ाएगी, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।