
बलिया पुलिस। फाइल फोटो।
बलिया [TV 47 न्यूज नेटवर्क]। बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा स्थित भरौली चेक पोस्ट पर ट्रकों से वसूली करने के मामले में निलंबित थानाध्यक्ष पन्ने लाल को सोमवार को वाराणसी स्थित कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। नरही थाने के एक अन्य कांस्टेबल विष्णु यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एडीजी वाराणसी जोन, डीआजी आजमगढ़ और एसपी विक्रांत वीर की उपस्थिति में निलंबित थानाध्यक्ष के सामने आवास का ताला खोला गया। इसमें दस-दस ग्राम के दो सोने के सिक्के, वसूली के 82,500 रुपये, दो कीमती घड़ियां और एक डायरी मिली है। विवेचक ने बरामद सामग्री को सील कर दिया है। इसके साथ ही अन्य पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
बता दें कि योगी सरकार ने बलिया पुलिस वसूली कांड पर सख्त कार्रवाई की है। एसपी बलिया देवरंजन को कप्तान पद से हटा दिया गया है। इसके साथ बलिया के एडिशनल एसपी को भी हटाया गया है। क्षेत्र के सीओ और एसएचओ को सस्पेंड करने के साथ दोनों के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए हैं। इस कार्रवाई’ के संकेत साफ हैं कि अब योगी सरकार किसी भी सूरत में भ्रष्टाचार को बर्दास्त नहीं करेंगे।
दूसरे मुख्यमंत्री ने यह भी साफ कर दिया है कि अब भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर जिले के कप्तान पर भी कार्रवाई होगी। अब केवल छोटे अधिकारियों पर ही गाज नहीं गिरेगी। हालांकि, जोन व मडंल के सीनियर अधिकारी जवाबदेही से बच निकले। बता दें कि बलिया में बिहार बार्डर पर यूपी पुलिस बड़ी वसूली कर रही थी। एडीजी वाराणसी ने छापेमारी करके वसूली पकड़ी थी।