
निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद । फाइल फोटो।
लखनऊ [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा के बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी ने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए सीट-बंटवारे में उचित हिस्सेदारी की मांग की है। पार्टी ने खासकर कटेहरी और मझवां सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है, जिनमें से मझवां सीट पर पहले से ही निषाद पार्टी का कब्जा था।
भाजपा और निषाद पार्टी का गठबंधन
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा इन नौ सीटों में से आठ पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है और केवल मीरापुर सीट अपने अन्य सहयोगी, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के लिए छोड़ेगी। वहीं, निषाद पार्टी ने अपने गठबंधन साथी से उम्मीद जताई है कि उन्हें कम से कम एक सीट जरूर मिलेगी। राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने विश्वास जताते हुए कहा, “हमें भाजपा से उचित सम्मान मिलेगा।”
मझवां सीट पर दावेदारी
मझवां सीट, जिसे 2022 विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी ने जीता था, पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण सीट रही है। विनोद बिंद ने यहां से एक लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी। अब जबकि विनोद बिंद भदोही से सांसद चुने गए हैं, निषाद पार्टी मझवां सीट पर फिर से चुनाव लड़ने के लिए पूरी तैयारी कर रही है।
कटेहरी और अन्य सीटों पर भाजपा का ध्यान
हालांकि निषाद पार्टी कटेहरी और मझवां सीटों पर दावा कर रही है, भाजपा अभी तक सकारात्मक जवाब देने के मूड में नजर नहीं आ रही है। 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने फूलपुर, गाजियाबाद, और खैर सीटों पर कब्जा किया था, जबकि अन्य सीटों पर समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) का दबदबा था।
उप्र उपचुनाव में भाजपा की रणनीति
भाजपा की रणनीति के अनुसार, पार्टी इन उपचुनावों में अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश करेगी, और वह अपने प्रमुख सहयोगियों के साथ मिलकर सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला लेगी। संजय निषाद की भाजपा के शीर्ष नेताओं से जल्द ही मुलाकात की संभावना है, जिससे सीटों के बंटवारे पर अंतिम निर्णय लिया जा सकेगा।
समाजवादी पार्टी की तैयारी
इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) ने छह विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जिनमें करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी, फूलपुर और मझवां शामिल हैं।