
Lucknow basic school file photo
लखनऊ, [TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश के 27 हजार बेसिक स्कूलों को बंद करने की योजना को लेकर लंबे समय से चल रही अटकलों पर अब डीजी स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने पूरी तरह से विराम लगा दिया है। कंचन वर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा कि 50 से कम विद्यार्थियों वाले स्कूलों को बंद करके मर्ज करने की कोई योजना नहीं है, और किसी भी विद्यालय को बंद करने की कोई भी प्रक्रिया वर्तमान में गतिमान नहीं है।
डीजी कंचन वर्मा ने दी स्पष्टता
कंचन वर्मा ने अपने पोस्ट में बताया कि कुछ सोशल मीडिया पर फैल रही खबरें पूरी तरह से भ्रामक और गलत हैं। उन्होंने यह साफ किया कि सरकार की ओर से किसी भी प्रकार के बेसिक स्कूलों को बंद करने की कोई आधिकारिक योजना नहीं है। इसके साथ ही, कंचन वर्मा ने कहा कि वह जल्द ही इस संदर्भ में और भी स्पष्टता देने के लिए मीडिया से बात करेंगी।
50 से कम विद्यार्थियों वाले स्कूलों के मर्जिंग पर विराम
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ महीनों से यह चर्चा थी कि राज्य सरकार 50 से कम विद्यार्थियों वाले स्कूलों को बंद कर अन्य स्कूलों में मर्ज कर सकती है। इस फैसले को लेकर शिक्षा विभाग और शिक्षक संगठनों से तीव्र प्रतिक्रिया मिल रही थी। हालांकि, डीजी कंचन वर्मा ने इन अफवाहों को सिरे से नकारते हुए कहा कि फिलहाल ऐसे किसी निर्णय पर विचार नहीं किया जा रहा है।
क्या है सरकार की योजना?
वर्तमान में, सरकार का ध्यान राज्य के शिक्षा स्तर को सुधारने और विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि करने पर है। कंचन वर्मा ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि सभी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और किसी भी स्कूल की पढ़ाई पर इसका असर न हो।
शिक्षक संगठनों की प्रतिक्रिया
इस फैसले पर शिक्षक संगठनों ने राहत की सांस ली है। उनका मानना है कि यदि स्कूलों को बंद किया जाता, तो इसका सीधा असर विद्यार्थियों के भविष्य पर पड़ता। शिक्षक संगठनों ने कंचन वर्मा के इस बयान का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि सरकार शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए और प्रयास करेगी।