
कोलकाता विरोध प्रदर्शन।
नई दिल्ली [TV 47 न्यूज नेटवर्क]। Nabanna Abhijan protest march in Kolkata पश्चिम बंगाल के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की एक ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या मामले के खिलाफ मंगलवार को छात्रों ने राज्य सचिवालय यानी ‘नबान्न भवन’ तक विरोध मार्च निकालने का आह्वान किया था। इस दौरान पूरे मार्ग को छावनी में तब्दील कर दिया गया। मार्च के दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस कर्मियों के बीच कई हिंसक झड़प देखने को मिली है। इस बाबत पुलिस ने दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रदर्शनकारी पर सात राउंड गोली चलाने की सूचना है। इस घटना में भाजपा के दो वरिष्ठ कार्यकर्ता घायल हैं।
क्या है ‘नबान्न अभियान’
बता दें कि पश्चिम बंग छात्र समाज ने इस विरोध मार्च को ‘नबान्न अभियान’ नाम दिया है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे। इस मार्च के ऐलान के बाद आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। अत्यधिक व्यस्त रहने वाला हावड़ा ब्रिज बंद कर दिया गया है। इस विरोध प्रदर्शन में बल प्रयोग करने और छात्रों को गिरफ्तार करने के विरोध में भाजपा ने अब 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। उधर, सत्तारुढ़ टीएमसी ने कहा है कि भाजपा राज्य में कानून व्यवस्था भंग करना चाहती है।

गैर भाजपाई छात्र संगठन का आंदोलन
उधर, पश्चिम बंग छात्र समाज का कहना है कि यह गैर राजनीतिक छात्र संगठन है। उसका भाजपा, आरएसएस या एबीवीपी से कोई नाता नहीं है। इसके अलावा संग्रामी जौठ मंच ने भी मार्च करने का आह्वान किया था। वह राज्य सरकार के कर्मचारियों का संगठन है। यह लंबे समय से केंद्र सरकार के कर्मचारियों की तरह ही महंगाई भत्ता (डीए) देने की मांग कर रहे हैं।
विरोध प्रदर्शन की मांग
छात्रों के मार्च के खिलाफ बल प्रयोग करने पर भाजपा नेताओं ने भी प्रदेश की राजधानी कोलकाता स्थित पुलिस मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में प्रदेश के भाजपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार भी सम्मलित हुए। भाजपा कार्यकर्ताओं की मांग है कि प्रदर्शन के दौरान जिन छात्रों को गिरफ्तार किया गया था उनको तत्काल रिहा किया जाए।

भाजपा ने हालात पर जताई चिंता
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने एजेंसी से कहा कि प्रदेश में हालात बेहद नाज़ुक दौर में हैं। कोलकाता में छात्रों की मांग है कि ममता बनर्जी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें। कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हिंसक भिड़ंत हुई। इसमें कुछ लोग घायल हुए हैं। भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने एजेंसी से कहा कि कोलकाता पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया। उन पर आंसू गैस के गोले दागे और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में बुधवार को 12 घंटे का बंद बुलाया गया है। हमारी मांग बहुत साधारण है कि जिन छात्रों को अरेस्ट किया गया है उन्हें तत्काल रिहा किया जाए।
टीएमसी ने छात्र आंदोलन में भाजपा का हाथ
ये बंद बुधवार की सुबह यानी आज छह बजे से शुरू होगा। इसको लेकर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने कहा है कि प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि बंद के दौरान आम जनजीवन प्रभावित न हो। भाजपा के बंद के आह्वान पर टीएमसी ने कहा कि हम शुरुआत से कह रहे हैं कि छात्र समाज के नबान्न अभियान को भाजपा का समर्थन है। यह बात आज स्पष्ट हो गई कि छात्र प्रदर्शनकारियों के भेष में उपद्रवियों ने किस तरह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के नाम पर बड़े पैमाने पर उपद्रव मचाया। राज्य की जनता भाजपा के गेम प्लान को नाकाम कर देगी। पश्चिम बंगाल सरकार बुधवार को किसी भी बंद को अनुमति नहीं देगी। हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वह भाग न लें।
कांग्रेस ने दी अपनी प्रतिक्रिया
छात्रों के प्रदर्शन के खिलाफ बल प्रयोग करने की कांग्रेस ने निंदा की है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आता है कि प्रदर्शनों को रोकने के लिए इतने उच्च बंदोबस्त क्यों किए गए। उन्होंने कहा कि जब आंदोलन छेड़ा जाता है तो उसका असर होना चाहिए और वो हो रहा है। लेकिन किसी भी पार्टी को आंदोलन के दौरान जरूरत से ज्यादा इंतजाम की क्या आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को सही ढंग से चलाना और हिंसा न हो इसके लिए सत्तारुढ़ और विपक्ष को बैठक करके सहमति बनानी चाहिए।