
सीतापुर में 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने उठाई आवाज, नाती-बहू की प्रताड़ना से तंग आकर पहुंची थाने
सीतापुर[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क] । उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 90 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला को अपने ही परिवार—नाती और बहू—की प्रताड़ना झेलनी पड़ी। महिला ने रेउसा थाने में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई, जिससे पुलिस और समाज की संवेदनशीलता एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है।
बुजुर्ग महिला बोलीं: आत्महत्या के झूठे केस में फंसाने की धमकी मिल रही है
थाने में अपनी व्यथा सुनाते हुए बुजुर्ग महिला ने बताया कि उनके नाती और बहू उन्हें आए दिन मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें आत्महत्या के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी जा रही है। इस खुलासे ने पुलिस को भी चौंका दिया।
पुलिस ने दिखाई संवेदनशीलता, बुजुर्ग को दिलाया न्याय का भरोसा
रेउसा थाने के पुलिसकर्मियों ने बुजुर्ग महिला की शिकायत को गंभीरता से लिया और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया।
थाना प्रभारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पारिवारिक विवाद का निस्तारण कराया और बुजुर्ग को आश्वासन दिया कि अब उन्हें किसी भी तरह की प्रताड़ना नहीं झेलनी पड़ेगी।
पारिवारिक उत्पीड़न के बढ़ते मामले: समाज को जागरूक होने की जरूरत
यह घटना बताती है कि आज भी बुजुर्गों को पारिवारिक उपेक्षा और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे मामलों में पुलिस की तत्परता तो सराहनीय है, लेकिन समाज को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए ।
कानून क्या कहता है? बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए बने हैं स्पष्ट प्रावधान
भारत में बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए “माता-पिता और वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण अधिनियम, 2007” लागू है, जिसके तहत बुजुर्ग माता-पिता अपने बच्चों के खिलाफ भरण-पोषण की मांग कर सकते हैं।
ऐसे मामलों में FIR दर्ज कराना और वरिष्ठ नागरिक आयोग की मदद लेना जरूरी है।