
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। सेक्टर-62 के रामलीला मैदान में रामलीला के सातवें दिन का मंचन बेहद भावुक और यादगार रहा। प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण का पंचवटी पहुंचने के बाद माता सीता को न पाकर व्याकुल होना, और फिर माता की खोज में निकल पड़ने का दृश्य दर्शकों के दिल को छू गया।
श्रीराम के आंसुओं को मंच पर देखकर दर्शक भी भावुक हो उठे। जब श्रीराम और लक्ष्मण को घायल जटायु मिलते हैं और वे सीता हरण की घटना बताते हैं, उस दृश्य ने माहौल को और अधिक भावनात्मक बना दिया। इसके बाद जटायु ने प्रभु श्रीराम की गोद में प्राण त्याग दिए, इस दृश्य को भी बहुत ही सुंदर और भावनात्मक तरीके से दिखाया गया।
श्रीराम और शबरी की भक्ति
श्रीराम और लक्ष्मण जब शबरी के आश्रम पहुंचे, तो वहां शबरी द्वारा प्रेम भक्ति में जूठे बेर खिलाने का दृश्य मंचित हुआ। इस पवित्र भक्ति के भाव को देखकर दर्शक प्रभु श्रीराम की भक्ति में डूब गए। शबरी द्वारा दक्षिण दिशा की राह दिखाने के बाद प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण आगे बढ़ते हैं। इस दृश्य में कलाकारों ने श्रीराम और शबरी के भक्ति संबंध को इतने मनमोहक ढंग से प्रस्तुत किया कि दर्शक उनके प्रेम में भावविभोर हो उठे।
संगीतमय भजनों ने मोहा मन
रामलीला के दौरान संगीतकारों ने सुंदर भजनों और मधुर संगीत से माहौल को भक्तिमय बना दिया। सेक्टर-21ए स्थित नोएडा स्टेडियम में संगीतमय मंचन ने रामलीला को और भी जीवंत बना दिया। दर्शकों ने भजन सुनकर भक्ति में झूमना और गुनगुनाना शुरू कर दिया, और चारों ओर प्रभु श्रीराम और हनुमान जी के जयकारे गूंजने लगे।
हनुमान और श्रीराम के मिलन का दृश्य
रामलीला के एक और महत्वपूर्ण दृश्य में प्रभु श्रीराम और हनुमान जी के मिलन का मंचन भी बहुत शानदार रहा। सेक्टर-46 के रामलीला मैदान में सातवें दिन की लीला में यह दृश्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। कलाकारों ने इस मिलन को इतने भव्य और जीवंत तरीके से प्रस्तुत किया कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।