
शीतकालीन सत्र 2024
नई दिल्ली [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]।संसद का शीतकालीन सत्र 2024 हंगामे की भेंट चढ़ गया। कुल 20 दिनों की बैठक में लोकसभा में करीब 65 घंटे बर्बाद हुए, जबकि राज्यसभा की स्थिति और भी खराब रही। राज्यसभा 43 घंटे ही चल पाई, जबकि 120 घंटे की कार्यवाही प्रस्तावित थी। इस हंगामे के कारण केवल एक बिल पास हो सका, जबकि 14 बिल लंबित रह गए। इससे संसद की प्रोडक्टिविटी पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
संसद में हंगामे की मुख्य वजहें
1- अडानी मामला और जॉर्ज सोरोस विवाद
सत्र के पहले सप्ताह में कांग्रेस ने अडानी मामले को लेकर जोरदार हंगामा किया। यह मुद्दा अमेरिकी रिपोर्ट्स के आधार पर उठाया गया और दोनों सदनों की कार्यवाही ठप हो गई।
2- संविधान पर बहस और अमित शाह का बयान
सत्र के अंतिम सप्ताह में संविधान से संबंधित मुद्दों पर बहस छिड़ गई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान को लेकर विपक्ष ने दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया।
3- सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
राज्यसभा में विपक्ष ने सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। इसके बाद सदन में बहस के बजाय हंगामे का माहौल बन गया।
शीतकालीन सत्र 2024 में फंसे 14 महत्वपूर्ण बिल
- मर्चेंट शिपिंग बिल 2024: समुद्री नियमों को आधुनिक बनाने के लिए प्रस्तावित।
- कॉस्टल शिपिंग बिल 2024: तटीय जल व्यापार को विनियमित करने के लिए।
- तटीय नौवहन विधेयक 2024: बंदरगाह शुल्क पारदर्शिता और दंड में सुधार।
- पंजाब कोर्ट संशोधन विधेयक 2024: न्याय प्रणाली में सुधार के लिए।
- सहकारी विश्वविद्यालय विधेयक 2024: ग्रामीण विकास और सहकारिता शिक्षा को बढ़ावा।
- रेलवे संशोधन विधेयक 2024: रेलवे जोन को अधिक अधिकार देने के लिए।
- बिल्स ऑफ लैडिंग और समुद्री माल परिवहन विधेयक: ट्रांसपोर्ट क्षेत्र से जुड़ा।
- वक्फ से जुड़े 2 विधेयक: अभी जेपीसी कमेटी में।
- आपदा प्रबंधन संशोधन विधेयक 2024: राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर आपदा डेटाबेस निर्माण।
- गोवा विधानसभा एसटी आरक्षण विधेयक: एसटी समुदाय को विधानसभा में आरक्षण।
- बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2024: खाताधारकों को 4 नॉमिनी जोड़ने की अनुमति।
संसद की प्रोडक्टिविटी पर प्रभाव
हंगामे की वजह से शीतकालीन सत्र 2024 में न केवल समय बर्बाद हुआ, बल्कि संसदीय कार्य की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई।
- लोकसभा: 65 घंटे बर्बाद, एक बिल पास।
- राज्यसभा: केवल 43 घंटे चली, कोई बिल पास नहीं।