
File Photo
नोएडा,[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। गौतमबुद्ध नगर में चल रहे किसान आंदोलन के बीच शनिवार को सरधना विधायक अतुल प्रधान पुलिस द्वारा रोकने के बाद सिरसा पेरिफेरल टोल पर करीब दो घंटे तक हंगामा करते रहे। वह किसानों से मिलने के लिए जेल जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें टोल प्लाजा पर रोक लिया, जिसके बाद टोल पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
किसान से मिलने के लिए अड़े रहे विधायक
किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आलोक नागर ने बताया कि सरधना विधायक अतुल प्रधान जेल में बंद किसानों से मिलने के लिए ग्रेटर नोएडा पहुंचे थे। वह जैसे ही सिरसा टोल प्लाजा पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के बीच तीखी नोकझोंक हुई, और विधायक ने आगे जाने की जिद पर अड़ गए।
विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों को डराया और धमकाया जा रहा है, और उन्हें जेल में डाला जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यह तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और वह गौतमबुद्ध नगर के हर किसान के साथ खड़े हैं।
टोल पर हुई नोकझोंक और बाद में समझाइश
काफी देर तक विधायक अपनी गाड़ी में बैठे रहे और पुलिस से लगातार नोकझोंक करते रहे। इसके बाद उन्होंने गाड़ी से बाहर निकलकर टोल के पास बैठने का फैसला किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन ने उन्हें समझाने की कोशिश की, और आखिरकार दो घंटे की मशक्कत के बाद विधायक को वापस भेज दिया।
विधायक ने मौके पर कहा कि किसान पर होने वाला कोई भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उनका संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान पुलिस बल मौके पर तैनात रहा, ताकि स्थिति नियंत्रण में रही।
किसान आंदोलन में बढ़ती राजनीतिक भागीदारी

इस घटना से यह स्पष्ट हो गया कि किसान आंदोलन में अब राजनीति भी सक्रिय रूप से भाग ले रही है। विधायक अतुल प्रधान के साथ इस आंदोलन में कई किसान नेताओं और समर्थकों का समर्थन था। वहीं, पुलिस और प्रशासन के बीच बढ़ती टकराव की स्थिति ने स्थानीय प्रशासन को भी चुनौती दी है।