
सीएम योगी आदित्यनाथ फाइल फोटो।
गोरखपुर [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संगठित रहकर ही हम अपनी और अपने राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि यदि हम छुआछूत और अश्पृश्यता जैसे सामाजिक पाखंडों से दूरी बनाएंगे और एकजुट रहेंगे, तभी हम खुद को और देश को सुरक्षित रख सकेंगे।
योगी आदित्यनाथ ने शनिवार शाम को गोरखपुर के मानसरोवर रामलीला मैदान में श्री श्री रामलीला समिति, आर्यनगर द्वारा आयोजित प्रभु श्रीराम के राजतिलक समारोह को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं।
संगठन की ताकत और सुरक्षा का संबंध
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जब हम संगठित रहते हैं, तो हम अपनी संस्कृति, धर्म और राष्ट्र की सुरक्षा कर सकते हैं। उन्होंने आक्रांताओं द्वारा किए गए हमारे धार्मिक स्थलों पर हमलों का उल्लेख करते हुए कहा कि संगठित न रहने के कारण हमें गुलामी का दंश झेलना पड़ा। काशी के विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या में राम मंदिर और मथुरा में श्रीकृष्ण मंदिर को अपवित्र करने के पीछे यही मुख्य कारण था कि हम समाज के रूप में बंटे हुए थे।
राजनीतिक और सांस्कृतिक स्वतंत्रता का महत्व
योगी आदित्यनाथ ने राजनीतिक स्वतंत्रता को केवल राजनीतिक न मानते हुए कहा कि यह सांस्कृतिक और आध्यात्मिक स्वतंत्रता का भी प्रतीक होती है। इसलिए हमें संगठित होकर, अपनी स्वतंत्रता के लिए बलिदान देने वाले वीरों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि हम संगठित रहेंगे, तो न केवल खुद को सुरक्षित रख पाएंगे, बल्कि राष्ट्र की भी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकेंगे। संगठित रहने से समाज में भाईचारे का विकास होता है, जो राष्ट्र को शक्तिशाली बनाता है।
संगठित समाज से ही गुलामी का अंत
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि छुआछूत और अश्पृश्यता जैसे सामाजिक बुराइयों को समाप्त करके समाज को एकजुट करना ही असली स्वतंत्रता की दिशा में कदम है। उन्होंने कहा कि गुलामी का दौर संगठित न होने के कारण आया था, और हमें इस पाखंड से दूरी बनाकर समाज को संगठित रखना होगा ताकि कोई भी बाहरी शक्ति हमारे राष्ट्र की सुरक्षा को खतरे में न डाल सके।