
संभल में हिंसा के बाद जुमे की नमाज
संभल [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। 24 नवंबर को उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा ने स्थानीय प्रशासन को चौकसी बढ़ाने पर मजबूर कर दिया है। इस घटना के बाद आज जुमे की नमाज के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस, आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है। इसका उद्देश्य इलाके में शांति बनाए रखना और किसी भी अप्रिय घटना से बचाव करना है।
न्यायिक जांच आयोग का गठन
हिंसा की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। इस आयोग की अध्यक्षता इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश देवेंद्र कुमार अरोड़ा करेंगे, जबकि अन्य दो सदस्य पूर्व आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद और पूर्व आईपीएस अधिकारी अरविंद कुमार जैन होंगे। इस आयोग का काम घटना की गहन जांच करना और दोषियों की पहचान करना होगा।
ड्रोन निगरानी और ईंटों का मुद्दा
पुलिस ने इलाके की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का उपयोग करना शुरू कर दिया है। इस दौरान ड्रोन से यह देखा गया कि कई घरों की छतों पर ईंटें रखी गई हैं, जो किसी भी अप्रिय घटना को जन्म दे सकती थीं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लोगों से इन ईंटों को हटाने के लिए कहा। पुलिस का कहना है कि इस प्रकार की सजग निगरानी से शांति बनी रहेगी।
मुरादाबाद डिविजनल कमिश्नर का बयान
मुरादाबाद डिविजनल कमिश्नर अजयेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि संभल में सभी सुरक्षा इंतजाम पूरे किए गए हैं। 16 कंपनियां, जिनमें 13 पीएसी की कंपनियां शामिल हैं, तैनात की गई हैं। इसके अलावा, अतिरिक्त बलों को भी स्टैंडबाई में रखा गया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी-अपनी मस्जिदों में नमाज अदा करें और बाहरी लोगों को वहां आने से रोकें। उनका मानना है कि इस तरह से शांति बनी रहेगी।
सोनभद्र में भी सुरक्षा अलर्ट
संभल के साथ-साथ सोनभद्र में भी जुमे की नमाज के लिए सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। जिले के विभिन्न हिस्सों में ड्रोन निगरानी हो रही है और पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है। खासकर अनपरा, ओबरा और राबर्ट्सगंज जैसे क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी की गई है। पुलिस का कहना है कि यह प्रयास इलाके में किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए है।
पुलिस की सतर्कता
संभल में एसपी सिटी ने सुरक्षा को लेकर फुट पेट्रोलिंग की शुरुआत की है। उनका कहना है कि सभी संभावित क्षेत्रों में पुलिस की तैनाती सुनिश्चित की गई है और निगरानी की जा रही है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा की गारंटी दी जा रही है।