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लखनऊ [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य सरकार को राज भवन (राज्यपाल आवास) का नाम बदलने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि “राज” शब्द औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाता है, जबकि लोकतंत्र में ‘सेवा’ शब्द ज्यादा उपयुक्त है। उन्होंने सरकार से अपील की कि राज भवन का नाम बदलकर ‘सेवा भवन’ कर दिया जाए।
राज भवन का नया नाम बदलना लोकतंत्र की नई दिशा
सपा प्रमुख ने कहा कि जब सरकार विभिन्न जगहों के नाम बदल रही है, तो राज भवन जैसे स्थान का नाम भी बदलकर एक लोकतांत्रिक और सेवामूलक सोच को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नाम बदलने से जनता में यह संदेश जाएगा कि सरकार सेवा के प्रति समर्पित है, न कि सत्ता की प्रतीकात्मकता के लिए।
वैध निर्माण और पारदर्शिता की मांग
सपा नेता ने कहा कि इस संदर्भ में राज भवन के नवनिर्माण का नक्शा सभी मानकों के अनुरूप पास कराया गया हो और इसे जनता के समक्ष प्रदर्शित किया जाना चाहिए। उनका मानना है कि इससे जनता में यह विश्वास बढ़ेगा कि हर निर्माण वैध और पारदर्शी होना चाहिए।
अंग्रेजों की मानसिकता से मुक्ति का संदेश
अखिलेश यादव ने कहा कि नाम बदलने वाली सरकार को यह भी सोचना चाहिए कि “राज” जैसे शब्द औपनिवेशिक काल की मानसिकता को दर्शाते हैं। ऐसे में, इसे बदलकर लोकतांत्रिक शब्द “सेवा” का उपयोग किया जाना चाहिए, जिससे जनता में यह संदेश जाएगा कि आज की सरकार जनता की सेवा के लिए समर्पित है, न कि राज करने के लिए।
जनता के लिए प्रेरणादायक
अखिलेश यादव ने इस सुझाव को जनता के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस बदलाव को अपनाती है, तो इससे जनता को यह प्रेरणा मिलेगी कि हर निर्माण वैध होना चाहिए और सरकारी कार्यों में पारदर्शिता होनी चाहिए।