
रायबरेली जिला कारागार में NIOS सेंटर की शुरुआत: बंदियों को मिलेगा शिक्षा का अधिकार
रायबरेली[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। रायबरेली जिला कारागार में अब बंदी भी बोर्ड परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) के नए सेंटर की स्थापना के साथ ही जेल के भीतर शिक्षा की नई रोशनी फैलने लगी है।
पहल का उद्देश्य: सुधार, दंड नहीं
इस पहल का मुख्य उद्देश्य है कि बंदियों को शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्माण का अवसर मिले। अब वे जेल की सजा के साथ-साथ पढ़ाई भी कर सकेंगे, जिससे उनकी सोच और जीवन की दिशा बदल सके।
कौन कर सकेगा पढ़ाई?
इस योजना के तहत वे बंदी जो 10वीं या 12वीं कक्षा की पढ़ाई अधूरी छोड़ चुके हैं, वे अब NIOS के माध्यम से दोबारा पढ़ाई शुरू कर सकते हैं और मान्यता प्राप्त परीक्षा देकर प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
शिक्षा से पुनर्वास की राह
शिक्षा केवल ज्ञान ही नहीं देती, बल्कि व्यवहार में सुधार, सोच में परिवर्तन, और पुनर्वास की संभावना भी बढ़ाती है। यह पहल बंदियों को समाज में पुनः स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
जेल प्रशासन और शिक्षा विभाग की साझेदारी
इस सेंटर को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए जेल प्रशासन, शिक्षा विभाग और NIOS के बीच समन्वय स्थापित किया गया है। नियमित कक्षाएं, पाठ्यक्रम, और मूल्यांकन प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी।