
पूर्व विधायक उदय भान और नीलम करवरिया।
प्रयागराज [TV 47 न्यूज नेटवर्क] नैनी सेंट्रल जेल में जनवरी 2014 से आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व भाजपा विधायक उदयभान करवरिया बृहस्पतिवार की सुबह रिहा कर दिए गए। रिहाई के वक्त उनकी पत्नी व पूर्व भाजपा विधायक नीलम करवरिया व अन्य समर्थक भी जेल के बाहर मौजूद रहे। बता दें कि प्रदेश की योगी रकार ने अच्छे चाल चलन की चलते से समय पूर्व उनकी रिहाई का आदेश दिया है।
प्रयागराज मंडल की राजनीति में बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में पहचान रखने वाले रिहाई के बाद पूर्व विधायक उदय भान ने कहा कि उनका परिवार राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार हुआ है। उन्होंने कहा कि मेरा और मेरे परिवार का अपराध से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं रहा। यह पूछे जाने पर कि अब उनकी क्या प्राथमिकता होगी। इस सवाल पर पूर्व विधायक ने कहा कि पत्नी को लिवर सिरोसिस है। उसका इलाज कराएंगे।
गौरतलब है कि यह आदेश 19 जुलाई को जारी हुआ था । हालांकि जेल की औपचारिकताओं में करीब एक सप्ताह का समय लग गया। बता दें कि पूर्व विधायक उदयभान करवरिया और उनके भाइयों, बड़े भाई पूर्व बसपा सांसद कपिल मुनि करवरिया तथा छोटे भाई पूर्व एमएलसी सूरजभान करवरिया के अलावा रिश्तेदार रामचंद्र त्रिपाठी ( कल्लू) को झूंसी से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जवाहर यादव उर्फ जवाहर पंडित हत्याकांड में उम्र कैद मिली थी। जवाहर की 13 अगस्त 1996 में सिविल लाइंस क्षेत्र में गोली मार कर हत्या की गई थी।
रिहाई के खिलाफ सपा विधायक विजमा यादव जाएंगी HC
उधर, भाजपा के पूर्व विधायक उदयभान करवरिया की समय पूर्व रिहाई को प्रतापपुर से सपा विधायक विजमा यादव ने अनुचित बताया है। सरकार के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि दिनदहाड़े एके-47 से गोलियां बरसाकर उनके पति विधायक जवाहर यादव उर्फ जवाहर पंडित की हत्या की गई थी। शोकनगर स्थित अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार ने 2018 में भी उदयभान की सजा वापस ली थी, जिस पर हाई कोर्ट ने रोक लगाई है। यह मामला अभी हाई कोर्ट में लंबित है। इसके बावजूद सरकार ने उन्हें रिहा कर दिया है। इस निर्णय को हाई कोर्ट में चुनौती दी जाएगी। वहां से मुझे न्याय की पूरी उम्मीद है।