
प्रयागराज में मंत्री नन्दी और पूर्व महापौर ने देवी स्वरूपा कन्याओं का किया पूजन।
प्रयागराज [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। प्रयागराज में नवरात्र में अष्टमी और नवमी को विशेष धार्मिक अनुष्ठान के दौरान, मंत्री नन्दी और पूर्व महापौर ने देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन किया। इस अनुष्ठान में कन्याओं के पांव पखारे गए, उन्हें चुनरी ओढ़ाई गई, और भोजन कराकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया गया।
कन्या पूजन भारतीय संस्कृति की विशेष परंपरा
कन्या पूजन भारतीय संस्कृति की एक पुरानी परंपरा है। इसमें छोटी कन्याओं को देवी का रूप मानकर उनका आदर और पूजन किया जाता है। इस अनुष्ठान के माध्यम से समाज में बेटियों के महत्व और सम्मान को दर्शाया जाता है। मंत्री नन्दी ने इस कार्यक्रम में कहा कि बेटियां सुख, समृद्धि और प्रगति का आधार हैं।
पांव पखारने और चुनरी ओढ़ाने का महत्व
इस अवसर पर मंत्री नन्दी और पूर्व महापौर ने कन्याओं के पांव पखारे और उन्हें चुनरी ओढ़ाई। इसका अर्थ है कि समाज के उच्चतम स्तर पर भी बेटियों का आदर और सम्मान किया जाता है। चुनरी ओढ़ाना भारतीय संस्कृति में सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है।

भोजन कराकर लिया आशीर्वाद
कन्या पूजन के बाद कन्याओं को विशेष भोजन कराया गया, जिसमें उन्हें मिठाई और विशेष व्यंजनों से सजी थाली दी गई। इस धार्मिक अनुष्ठान के अंत में मंत्री और महापौर ने कन्याओं का आशीर्वाद प्राप्त किया।
बेटियों के महत्व पर विचार
मंत्री नन्दी ने इस अवसर पर बेटियों को समाज के विकास और प्रगति का प्रमुख आधार बताया। उन्होंने कहा कि बेटियां समाज का भविष्य हैं, और उनके बिना किसी भी समाज की उन्नति संभव नहीं है। बेटियों को देवी स्वरूपा मानते हुए उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन देना चाहिए।

समाज में बेटियों का सम्मान बढ़ाना जरूरी
पूर्व महापौर ने भी इस मौके पर कहा कि हमें समाज में बेटियों का सम्मान और उनका हक दिलाने के लिए लगातार प्रयास करना चाहिए। इस प्रकार के आयोजन न केवल धार्मिक होते हैं, बल्कि समाज में बेटियों के प्रति जागरूकता भी फैलाते हैं।