
प्रयागराज नगर निगम की फाइल फोटो।
प्रयागराज [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। प्रयागराज की 150 साल पुरानी ऐतिहासिक बिल्डिंग का स्वरूप बदलने जा रहा है। यह भवन, जो कभी अंग्रेजों के समय क्लब के रूप में प्रयोग किया जाता था। आज नगर निगम का कार्यालय है। अब इसे एक आधुनिक रूप देने की तैयारी हो रही है। यह न केवल भवन की संरचना को नया आयाम देगा, बल्कि शहर की ऐतिहासिक धरोहर को भी संजोए रखेगा।
ऐतिहासिक भवन का निर्माण अंग्रेजों के शासनकाल
इस ऐतिहासिक भवन का निर्माण अंग्रेजों के शासनकाल में हुआ था और इसे क्लब के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, जहां उस समय के अंग्रेज अधिकारी सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते थे। आजादी के बाद इस भवन का उपयोग बदल गया, और अब यह नगर निगम का प्रमुख कार्यालय बन चुका है।
इस भवन के निर्माण में उस समय की कला और स्थापत्य का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है, जो इसे शहर की सबसे ऐतिहासिक इमारतों में से एक बनाता है। प्रयागराज नगर निगम के कई महत्वपूर्ण विभाग इसी भवन से संचालित होते हैं।
भवन का नवीनीकरण करने का निर्णय
अब नगर निगम ने इस भवन का नवीनीकरण करने का निर्णय लिया है। इस बदलाव के तहत न केवल भवन के बाहरी हिस्से को आधुनिक डिजाइन दिया जाएगा, बल्कि इसकी आंतरिक संरचना में भी सुधार किया जाएगा। हालांकि, भवन की पुरानी शैली को बरकरार रखते हुए इसे अधिक कार्यक्षम और तकनीकी सुविधाओं से युक्त किया जाएगा।
नवीनीकरण के बाद यह भवन शहर के लिए एक नए आधुनिक सरकारी केंद्र के रूप में उभरेगा, जहां निगम के अधिकारी और कर्मचारी अपने काम को अधिक प्रभावी ढंग से अंजाम दे सकेंगे। इसके साथ ही नागरिकों को भी बेहतर सेवाएं मिलेंगी।
परियोजना को इस तरह से अंजाम देने की योजना
भवन का नवीनीकरण करते समय इसके ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखा जाएगा। प्रयागराज नगर निगम इस परियोजना को इस तरह से अंजाम देने की योजना बना रहा है कि भवन की मूल संरचना और स्थापत्य कला को नुकसान न पहुंचे। इसके लिए विशेषज्ञों की टीम नियुक्त की गई है, जो ऐतिहासिक भवनों के संरक्षण में दक्ष है।
परियोजना की क्या है खासियत
1- भवन के बाहरी हिस्से का नवीनीकरण किया जाएगा।
2- आंतरिक हिस्सों में स्मार्ट ऑफिस की तर्ज पर बदलाव किए जाएंगे।
3- भवन की संरचना को बनाए रखते हुए अत्याधुनिक सुविधाओं का समावेश किया जाएगा।
4- नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए बेहतर कार्यक्षमता के उपाय किए जाएंगे।
प्रयागराज की ऐतिहासिक धरोहर को सहेजने की कोशिश
इस भवन का नवीनीकरण न केवल प्रशासनिक सुधारों का हिस्सा है, बल्कि प्रयागराज की ऐतिहासिक धरोहर को सहेजने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। यह शहर के निवासियों के लिए गौरव का विषय है कि एक ऐसी ऐतिहासिक इमारत, जो कभी अंग्रेजी शासन के दौरान क्लब हुआ करती थी, आज एक आधुनिक प्रशासनिक केंद्र के रूप में पुनः उभरने जा रही है।