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प्रयागराज [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आने वाले हैं। इस बड़े आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं को सस्ती और आरामदायक आवास सुविधा प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने नई पहल की है। इसके तहत स्थानीय लोगों को अपने मकानों में ‘पेइंग गेस्ट’ सुविधा देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों के लिए आय का साधन
पर्यटन विभाग ने स्थानीय लोगों को पंजीकरण करवा कर अपने घरों को पेइंग गेस्ट सुविधा में परिवर्तित करने का मौका दिया है। इस पहल से न केवल श्रद्धालुओं को महंगे होटलों के बजाय कम खर्च में घर जैसा वातावरण मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार का अवसर मिलेगा। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि अब तक 50 मकानों का पंजीकरण हो चुका है और कई अन्य मकानों की पंजीकरण प्रक्रिया जारी है।
प्रशिक्षण और सुविधा के मानक
‘पेइंग गेस्ट’ सेवा प्रदान करने वाले मकान मालिकों को स्वच्छता, आतिथ्य, और बेहतर सेवा के लिए पर्यटन विभाग द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। फिलहाल, इस योजना के तहत 2000 मकानों को पंजीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है। पंजीकरण कराने के लिए क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय में 50 रुपये का शुल्क जमा करना होता है, जिसके बाद मकान मालिक को तीन साल के लिए लाइसेंस जारी किया जाएगा।
पंजीकृत मकानों की सूची वेबसाइट पर उपलब्ध
महाकुंभ मेले के दौरान श्रद्धालु मेला प्रशासन की वेबसाइट और ऐप के माध्यम से पंजीकृत पेइंग गेस्ट मकानों की सूची देख सकेंगे। इससे उन्हें आसानी से उपलब्ध मकानों की जानकारी मिल सकेगी। योजना के अंतर्गत प्रत्येक मकान मालिक को 2 से 5 कमरे तक पंजीकरण कराने की सुविधा दी गई है, और किराए का निर्धारण भी मकान मालिक द्वारा ही किया जाएगा।
किराए में पर्यटन विभाग का हस्तक्षेप नहीं
इस योजना की खास बात यह है कि मकान मालिक को किराए में स्वतंत्रता दी गई है, और किसी प्रकार की सालाना शुल्क या टैक्स की बाध्यता नहीं होगी। मकान मालिक स्वयं किराया तय कर सकते हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए होटलों की अपेक्षा किफायती होगा। इसके अलावा, मकान मालिकों के लिए विभाग की ओर से हेल्पलाइन और व्हाट्सऐप नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि वे किसी भी समस्या का समाधान पा सकें।
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