
यहां होता है अमृत फल...
प्रतापगढ़ [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को प्रतापगढ़ के कर्माही गांव में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में भाग लेते हुए प्रतापगढ़ जिले की अनोखी पहचान के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में प्रतापगढ़ की पहचान ‘अमृत फल’ आंवले से है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रतापगढ़ के निवासियों की सरलता और सहजता की भी सराहना की और उनके द्वारा बनाए गए अनोखे पहचान की प्रशंसा की।
प्रतापगढ़ के विकास के लिए आवश्यक कदम
मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रदेश के हित में प्रतापगढ़ के विकास के लिए कई कार्यों की आवश्यकता है। उन्होंने जिला मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर दूर स्थित कर्माही गांव में पूर्व मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह के आवास पर श्रीमद् भागवत कथा के दौरान अपने संक्षिप्त संबोधन में यह बातें कहीं। इस कार्यक्रम में उन्होंने विशेष रूप से प्रतापगढ़ के निवासियों की कठिनाई और धैर्य की सराहना की और उनके योगदान को प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।
श्रीमद् भागवत महापुराण का महत्व
मुख्यमंत्री ने श्रीमद् भागवत महापुराण के महत्व पर भी जोर देते हुए कहा कि इसे मोक्ष का ग्रंथ माना गया है। उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति को अपने कार्यक्षेत्र में सफलता पाने का मार्ग चुनना चाहिए और वही उसका मोक्ष है। उन्होंने अयोध्या धाम से आए जगद्गुरु स्वामी श्री राघवाचार्य का स्वागत और अभिनंदन किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
प्रतापगढ़ और आंवले की विशिष्ट पहचान
आंवला, जिसे ‘अमृत फल’ भी कहा जाता है, प्रतापगढ़ की एक विशेष पहचान है और पूरे उत्तर प्रदेश में इस फल के कारण प्रतापगढ़ को जाना जाता है। मुख्यमंत्री ने आंवले के पौष्टिक और औषधीय गुणों पर भी प्रकाश डाला और इसे पूरे प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण उपज बताया। उन्होंने कहा कि प्रतापगढ़ का आंवला न केवल प्रदेश बल्कि देशभर में लोकप्रिय है।
प्रतापगढ़ की पहचान और सरकार की योजना
प्रदेश सरकार ने प्रतापगढ़ की विशिष्ट पहचान और उसकी कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं तैयार की हैं। सरकार की यह पहल स्थानीय किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी और रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रतापगढ़ में ऐसे कार्यों की योजना बनाई जाएगी जिससे न केवल जिले की पहचान बरकरार रहे, बल्कि जिले का विकास भी हो सके।