
महाकुंभ 2025 कुंभ कलश स्थापना
प्रयागराज [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे और महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत 5500 करोड़ रुपये की 167 परियोजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने त्रिवेणी संगम पर कुंभाभिषेकम किया और कुंभ कलश की स्थापना की,जिससे महाकुंभ आयोजन की भव्यता और दिव्यता को नई ऊंचाई मिली।
कुंभाभिषेकम और कुंभ कलश की स्थापना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज के त्रिवेणी संगम तट पर कुंभाभिषेकम करते हुए कुंभ कलश की स्थापना की। इस कलश को मोतियों से सजाया गया है और यह प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा निर्मित है। यह कदम महाकुंभ आयोजन की शुरुआत को दर्शाता है।
5500 करोड़ रुपये की 167 परियोजनाएं
महाकुंभ आयोजन के लिए पीएम मोदी ने 5500 करोड़ रुपये की 167 परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इनमें शामिल हैं:
- 11 कॉरिडोर और 29 मंदिरों का जीर्णोद्धार: धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण प्रयागराज की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को सुदृढ़ करेगा।
- यातायात सुधार परियोजनाएं: पुल, ओवरब्रिज और सड़क निर्माण से श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यात्रा सुविधाजनक बनेगी।
रेलवे और एयरपोर्ट परियोजनाएं: परिवहन के अन्य माध्यमों को उन्नत किया गया। - गंगा स्वच्छता परियोजनाएं: गंगा नदी में प्रदूषण रोकने के लिए छोटे नालों को टैप और उपचारित करने की योजनाओं का उद्घाटन किया।
धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार
पीएम मोदी ने शृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर, निषादराज पार्क और भरद्वाज आश्रम कॉरिडोर का वर्चुअल लोकार्पण किया। यह धार्मिक स्थलों का आधुनिकीकरण और पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास है।
जनसभा और स्वच्छता अभियान
प्रधानमंत्री ने प्रयागराज में जनसभा को संबोधित करते हुए स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान में लगभग 10 लाख लोग शामिल होंगे, जिसमें छात्रों की बड़ी भागीदारी होगी। अभियान का उद्देश्य महाकुंभ आयोजन को स्वच्छ और दिव्य बनाना है।
परियोजनाओं का उद्देश्य और प्रभाव
- धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन: महाकुंभ से संबंधित परियोजनाएं प्रयागराज को वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक पर्यटन का केंद्र बनाएंगी।
- स्थानीय विकास: यातायात सुविधाओं में सुधार से स्थानीय व्यापार और अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
- पर्यावरण संरक्षण: गंगा स्वच्छता परियोजनाएं नदी के स्वास्थ्य और पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखेंगी।
पीएम मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज दौरे के दौरान कुंभ कलश की स्थापना और 167 परियोजनाओं के लोकार्पण के जरिए भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और गंगा नदी की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने महाकुंभ 2025 को स्वच्छ, भव्य और सुरक्षित बनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। प्रधानमंत्री का संदेश स्पष्ट था कि यह आयोजन न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक पहचान और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
उन्होंने गंगा नदी को स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए गंगा स्वच्छता परियोजनाओं का उद्घाटन किया। यह संदेश देशवासियों को नदियों और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए प्रेरित करता है। महाकुंभ जैसे आयोजन न केवल भारत की सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक हैं, बल्कि वे वैश्विक स्तर पर भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूत करते हैं।