
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग। फाइल फोटो।
प्रयागराज,[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सम्मिलित राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) प्रारंभिक परीक्षा 2024 को लेकर प्रतियोगी छात्रों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सोमवार को सैकड़ों छात्रों ने आयोग के गेट नंबर दो पर प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने पीसीएस और आरओ/एआरओ परीक्षा को एक दिन में कराने की मांग की।
प्रदर्शन की मुख्य मांगें
छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि:
- एक पाली में परीक्षा: पीसीएस 2024 और आरओ/एआरओ 2023 प्रारंभिक परीक्षा को एक ही शिफ्ट में दिसंबर में आयोजित किया जाए।
- केंद्रों की दूरी: परीक्षा केंद्रों की दूरी जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की बजाय 20 किलोमीटर रखी जाए, जिससे अधिक केंद्र उपलब्ध हो सकें।
- समय पर परीक्षा: परीक्षा किसी भी हाल में दिसंबर से आगे न बढ़ाई जाए, क्योंकि इससे छात्रों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
नॉर्मलाइजेशन पर आपत्ति
छात्रों ने नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) की प्रक्रिया पर भी चिंता जताई। उनका कहना था कि नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया से परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता में बाधा उत्पन्न हो सकती है, जिससे योग्य उम्मीदवारों का चयन प्रभावित होगा। छात्रों ने यह भी कहा कि सामान्य अध्ययन की परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन से बचना चाहिए ताकि भर्ती प्रक्रियां कोर्ट में न फसें ।
आयोग का जवाब
आयोग के सचिव अशोक कुमार ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत करते हुए कहा कि अभी तक दो दिन परीक्षा कराने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने बताया कि जिलों से मानक केंद्रों की सूची मांगी गई है, जिसके बाद परीक्षा की स्थिति स्पष्ट होगी।
इस प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रतियोगी छात्रों में परीक्षा को लेकर गहरी चिंताएं हैं। उनकी मांगें उचित हैं, और आयोग को इन पर ध्यान देना चाहिए।