
ऑपरेशन सिंदूर के बाद रेलवे हाई अलर्ट पर: यात्रियों और यार्ड की सुरक्षा के लिए नई योजना लागू
नई दिल्ली[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद पूरे देश में हाई अलर्ट जारी किया गया है। इसी कड़ी में भारतीय रेलवे भी अब यात्रियों और रेलवे परिसरों की सुरक्षा को लेकर सख्त हो गया है। रेलवे बोर्ड ने व्यापक सुरक्षा योजना लागू की है, जिसकी निगरानी उत्तर-पश्चिम रेलवे द्वारा की जाएगी।
यात्रियों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम
राजधानी दिल्ली और अन्य प्रमुख महानगरों से आने-जाने वाली ट्रेनों में अब आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) की टीमें हर कोच में जाकर जांच कर रही हैं। स्टेशन परिसर, प्लेटफॉर्म, विश्रामगृह और प्रतीक्षालयों में संदिग्ध वस्तुओं और लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
यार्डों की निगरानी के लिए AI युक्त सीसीटीवी कैमरे
रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी किया है कि देशभर के रेलवे यार्डों में AI तकनीक युक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। इन कैमरों से न केवल संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी होगी, बल्कि सिग्नल, पॉइंट मशीन, और दूरसंचार उपकरणों की सुरक्षा और अनुरक्षण भी बेहतर होगा।
यह निगरानी 24×7 डिजिटल पोर्टल के माध्यम से होगी।
वायरलेस और सोलर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
सुनिश्चित किया जा रहा है कि कैमरे वायरलेस कनेक्टिविटी और सोलर पावर से संचालित हों ताकि बिजली या नेटवर्क बाधा में भी निगरानी जारी रह सके। इससे हर हालात में सुरक्षा व्यवस्था को सक्रिय रखा जा सकेगा।
नोडल ज़ोन के रूप में उत्तर-पश्चिम रेलवे
रेलवे बोर्ड ने उत्तर-पश्चिम रेलवे को इस योजना का नोडल ज़ोन घोषित किया है। यह ज़ोन देशभर के यार्डों की निगरानी करेगा और सभी ज़ोन की सुरक्षा प्रगति की रिपोर्टिंग और डिजिटल लेखा-जोखा बनाएगा।
आरपीएफ का विशेष चेकिंग अभियान
रेलवे स्टेशन पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें यात्रियों से सीधे संवाद, उनकी सुरक्षा को लेकर फीडबैक और तलाशी अभियान शामिल है। प्लेटफॉर्म, कोच, टिकट काउंटर, और एंट्री पॉइंट पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
सुरक्षा एजेंसियां लगातार रेलवे परिसरों की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रही हैं। पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि में रेलवे को संभावित निशाना बनाए जाने की आशंका के चलते कोई चूक नहीं होने दी जा रही है।