
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में दहशत: हाफिज सईद फरार
नई दिल्ली [TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक और आतंकी हलकों में खलबली मच गई है। भारत द्वारा की गई इस निर्णायक कार्रवाई का असर इतना गहरा हुआ कि कुख्यात आतंकी हाफिज सईद को अपना घर छोड़ना पड़ा।
हाफिज सईद को अज्ञात स्थान पर भेजा गया
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की सेना ने हाफिज सईद को एक अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया है। यह कदम उसकी सुरक्षा के मद्देनज़र उठाया गया है, क्योंकि भारत की कार्रवाई के बाद उसकी गिरफ्त या लक्षित कार्रवाई का खतरा बढ़ गया है।
पाकिस्तान में खौफ का माहौल
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में खौफ और दहशत का माहौल स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। इस निर्णायक कार्रवाई ने न केवल आतंकी नेटवर्कों की जड़ें हिला दी हैं, बल्कि वहां की सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है। पाकिस्तान की आम जनता और मीडिया में भय और बेचैनी का माहौल फैल गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ऑपरेशन भारत की ओर से पाकिस्तान में मौजूद आतंकी शरणस्थलों को एक सख्त और स्पष्ट चेतावनी है, जो यह दर्शाता है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ नरम रुख अपनाने के बजाय सीधी और ठोस कार्रवाई के पक्ष में है।
भारत की निर्णायक रणनीति
भारत ने अपनी नीति को स्पष्ट करते हुए यह संदेश दिया है कि आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार ने संकेत दिया है कि यदि हालात ने मजबूर किया, तो भविष्य में और भी सख्त और निर्णायक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, भारत ने यह भी साफ कर दिया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सीमापार ठोस कदम उठाने से भी वह पीछे नहीं हटेगा। यह रुख दर्शाता है कि अब भारत आतंकी गतिविधियों के प्रति न केवल सजग है, बल्कि आक्रामक और परिणाममुखी रणनीति अपनाने को भी तैयार है।
हाफिज सईद का इतिहास
हाफिज सईद पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है और उसे 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है। उसकी आतंकी गतिविधियों के चलते उसे संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित किया जा चुका है। भारत लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हाफिज सईद के खिलाफ आवाज उठाता रहा है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करता रहा है। अब ऑपरेशन सिंदूर के बाद उसकी गिरफ्तारी या लक्षित कार्रवाई की आशंका को देखते हुए वह फरार हो गया है, जिसे पाकिस्तान की सेना ने अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया है।