
फाइल फोटो।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा के सेक्टर-1 से लेकर सेक्टर-11 झुंडपुरा तिराहे तक फैला उद्योग मार्ग जल्द ही एक मॉडल रोड के रूप में विकसित किया जाएगा। इस सड़क के विकास पर 49 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का बजट मंजूर किया गया है। हालांकि, सीबीआई जांच के चलते इस प्रोजेक्ट में देरी हो सकती है। आखिर इसमें सीबीआई का क्या फैक्टर है।
प्रोजेक्ट का उद्देश्य
उद्योग मार्ग को मॉडल रोड बनाने का उद्देश्य है इस क्षेत्र की बढ़ती यातायात समस्याओं को हल करना। अभी इस मार्ग पर अत्यधिक जाम और शोरूम के बाहर खड़ी गाड़ियों के कारण यातायात बाधित होता है। नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यालय के सामने होने के कारण यह मार्ग महत्वपूर्ण है, और इसके सुधार से क्षेत्र के यातायात में बड़ी राहत मिलेगी।
कंपनी चयन और प्रक्रिया
इस प्रोजेक्ट के लिए कई टेंडर जारी किए गए, और चौथी बार की गई प्रक्रिया में एक कंपनी का चयन किया गया। हालांकि, काम शुरू होने से पहले प्राधिकरण को यह याद आया कि बिजली केबल घोटाले की जांच अभी भी चल रही है, और नया काम शुरू करने से जांच प्रभावित हो सकती है।
सीबीआई जांच का असर
उद्योग मार्ग पर 2011-12 के दौरान भूमिगत बिजली केबल घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। यह घोटाला उस समय चर्चा में आया जब नोएडा प्राधिकरण के तत्कालीन चीफ इंजीनियर यादव सिंह के कार्यकाल में चहेती कंपनियों को अधूरे काम पर ही अधिकांश भुगतान कर दिया गया था। इसलिए प्राधिकरण ने सीबीआई को पत्र लिखकर काम शुरू करने की अनुमति मांगी है। इससे प्रोजेक्ट बिना किसी कानूनी रुकावट के सुचारू रूप से आगे बढ़ सके। बता दें कि जब तक सीबीआई से अनुमति नहीं मिलती, इस परियोजना की शुरुआत में देरी होना तय है।
क्या था 954 करोड़ रुपये का घोटाला?
साल 2011-12 में उद्योग मार्ग और अन्य मार्गों पर भूमिगत बिजली केबल डालने के नाम पर 954 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। आरोप है कि अधूरे काम पर कंपनियों को भारी भुगतान किया गया, जिसके चलते इस मामले में जांच की मांग उठी। उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने जांच शुरू की और अब तक इस मामले में जांच जारी है।