
नोएडा किसान प्रदर्शन में शिरकत करते आप नेता संजय सिंह।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा में अपनी मांगों को लेकर किसानों ने नोएडा प्राधिकरण के बाहर बड़ा प्रदर्शन किया। अब इस आंदोलन में आम आदमी पार्टी भी कूद गई है। इससे यह आंदोल सियास रंग में रंग कर गया है। भारतीय किसान यूनियन मंच के नेतृत्व में सैकड़ों किसान दोपहर एक बजे हरौला बारात घर से प्राधिकरण तक पैदल मार्च करते हुए पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड लगाए। लेकिन किसानों ने बैरिकेड तोड़ दिए और मुख्य सड़क पर आकर प्रदर्शन करने लगे।
आम आदमी पार्टी का समर्थन
प्रदर्शन के दौरान आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी किसानों की पंचायत में पहुंचे और समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वे किसानों की लड़ाई को राज्यसभा में भी उठाएंगे और सरकार को उनकी मांगें मानने के लिए मजबूर करेंगे। इस मौके पर कई प्रमुख किसान नेता और संगठन भी मौजूद रहे।

किसानों की मुख्य मांगें
प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि वे हाइपावर कमेटी की रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं, जिसमें उनकी 10 प्रतिशत विकसित भूखंड और 64.7 प्रतिशत मुआवजा की मांगों को खारिज कर दिया गया है। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारियों का गुस्सा
किसानों ने नोएडा प्राधिकरण के बाहर सड़क पर धरना शुरू कर दिया। इसके बाद कुछ किसान प्राधिकरण की छत पर चढ़ गए और वहां अपना झंडा भी लगा दिया। पुलिस और प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद स्थिति कुछ हद तक शांत हुई, लेकिन किसान सड़कों पर बैठकर अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे।

भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान ने कहा, “जब तक किसानों से हुए समझौतों को पूरी तरह लागू नहीं किया जाता, तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।”
प्रमुख मांगें:
- जिन किसानों को मूल 5 प्रतिशत के प्लॉट नहीं मिले, उन्हें दिए जाएं।
- सभी 81 गांवों का विकास सेक्टर की तर्ज पर किया जाए।
- 1997 से 64.7 प्रतिशत मुआवजा और 10 प्रतिशत के भूखंड दिए जाएं।
- गांवों में स्वामित्व योजना लागू की जाए और नक्शा नीति समाप्त की जाए।
- 1976 से 1997 तक के किसानों को कोटा स्कीम के प्लॉट आवंटित किए जाएं।