
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट।
नोएडा, [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। Noida International Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रयोगात्मक उड़ानें दिसंबर से शुरू हो जाएंगी, जबकि वाणिज्यिक ऑपरेशन यानी आम लोगों के लिए अप्रैल 2025 से शुरू होंगी। टेस्ट उड़ानों की प्रक्रियाओं के लिए इसकी प्रयोगात्मक उड़ानें तथा एयरोड्रोम लाईसेंस आवेदन दर्ज करने की प्रक्रिया दिसंबर तक पूरी हो जाने की उम्मीद है।
इस एयरपोर्ट का काम पूरा हो जाने के बाद यह भारत में एविएशन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पैसेंजर टर्मिनलः फैसाड और रूफ का काम चल रहा है, बैगेज हैंडलिंग सिस्टम का इंस्टॉलेशन पूरा होने वाला है, एमईपी और फिनिशिंग कार्य तेजी से चल रहा है।
रनवे पर एस्फाल्ट बिछाने का काम पूरा हो चुका है। रनवे की मार्किंग, एप्रोच लाईट्स और एयरफील्ड ग्राउंड लाईटिंग का काम चल रहा है। एयर ट्रैफिक कंट्रोलः एटीसी टॉवर में एमईपी कार्य और फिनिशिंग का काम जारी है, जबकि नैविगेशनल सहायता, जैसे डीवीओआर को कैलिब्रेट कर लिया गया है तथा इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) कैलिब्रेशन की तैयारी चल रही है।
इंडिगो और अकासा एयरलाईंस के साथ समझौता पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। नेटवर्क प्लानिंग और ऑपरेशनल आवश्यकताओं पर बात जारी है। अन्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कैरियर्स की गहरी रुचि दिखाई दे रही है। मुख्य एयरो रियायतें, जिनमें विमान में फ्यूल भरने की सेवाएं, ग्राउंड हैंडलिंग, और कार्गो आवंटित किए जा चुके हैं।
रिटेल, डाईनिंग, लाउंज, ड्यूटी-फ्री, और होटल के लिए नॉन-एयरो रियायतों के लिए भी हस्ताक्षर हो गए हैं।यात्रियों की सुगम यात्रा के लिए एयरपोर्ट के मुख्य सिस्टम्स के लिए फैक्ट्री एक्सेप्टेंस टेस्ट पूरे हो गए हैं, और साईट पर उपकरण आने लगे हैं। चेक-इन कियोस्क, सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप्स, और ई-गेट्स का परीक्षण चल रहा है।
महत्वपूर्ण ऑपरेशनल और मेंटेनेंस सेवाओं, जैसे एयरफील्ड लाईटिंग, पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, लिफ्ट, और एस्केलेटर्स के लिए समझौतापत्रों पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। एनआईए द्वारा कैलेंडर वर्ष 2024 के अंत तक एयरोड्रोम लाईसेंस के लिए आवेदन कर दिया जाएगा। इस एयरपोर्ट के ऑपरेशन अप्रैल, 2025 के अंत तक शुरू हो जाएंगे, जिससे क्षेत्र में कनेक्टिविटी और आर्थिक वृद्धि का एक नया युग शुरू होगा।