
फाइल फोटो।
नोएडा,[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। नोएडा में बनने वाला इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक बनने जा रहा है, आईजीआई दिल्ली एयरपोर्ट से स्वतंत्र रूप से संचालित होगा। यह निर्णय एनसीआर क्षेत्र में हवाई यातायात की बढ़ती मांग को देखते हुए लिया गया है, जिससे यात्रियों को बेहतर और निर्बाध यात्रा अनुभव प्राप्त हो सके।
स्वतंत्र एयर रूट की व्यवस्था
नोएडा एयरपोर्ट का एयर रूट इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि यह आईजीआई एयरपोर्ट से अलग और स्वतंत्र रहेगा। इसका उद्देश्य दोनों हवाई अड्डों के बीच आपसी निर्भरता को समाप्त करना है, ताकि यातायात निर्बाध रूप से संचालित हो सके। यह निर्णय आने वाले समय में हवाई यात्रा को और भी सुविधाजनक बनाएगा।
परिचालन की तिथि और उड़ानों की संख्या
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अप्रैल 2025 से व्यावसायिक उड़ानों के लिए तैयार होगा। पहले दिन कुल 30 उड़ानें संचालित की जाएंगी, जिसमें 25 घरेलू, तीन अंतरराष्ट्रीय और दो कार्गो उड़ानें शामिल होंगी। घरेलू उड़ानों के रूट का निर्धारण नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा किया जाएगा।
ऊर्जा प्रबंधन में श्नाइडर इलेक्ट्रिक की भूमिका
इस एयरपोर्ट की विद्युत प्रबंधन जिम्मेदारी श्नाइडर इलेक्ट्रिक को सौंपी गई है। यह साझेदारी सुनिश्चित करेगी कि एयरपोर्ट पर बिजली आपूर्ति सुचारू और आत्मनिर्भर हो। श्नाइडर इलेक्ट्रिक एयरपोर्ट परियोजना के ऊर्जा प्रबंधन में सहयोग करेगी, जिससे यात्रियों को निर्बाध सेवाएं मिल सकेंगी।
डिजिटल यात्री अनुभव
नोएडा एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए अत्याधुनिक डिजिटल सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें सेल्फ-बैग ड्रॉप, सेल्फ-बोर्डिंग और सभी द्वारों पर डिजीयात्रा सुविधाएं शामिल होंगी। इससे बायोमेट्रिक आधारित तेज और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित होगी, जिससे यात्रियों को टर्मिनल से विमान तक पहुंचने में समय की बचत होगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट न केवल यात्रियों को नई सुविधाएं प्रदान करेगा, बल्कि हवाई यात्रा के अनुभव को भी बदल देगा। अप्रैल 2025 में इसके संचालन के साथ, यात्रियों को एक नया और समृद्ध अनुभव मिलने वाला है।