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नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। सोमवार को शहर का निरीक्षण करने के दौरान सीईओ ने गंदगी की स्थिति को देखते हुए एक एपीई, एक जेई और एक स्वास्थ्य निरीक्षक का वेतन रोकने का आदेश दिया। इसके अलावा, दो सुपरवाइजर और दो सफाई कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
सफाई में लापरवाही: भारी जुर्माने और वेतन रोकने के आदेश
सफाई व्यवस्था को लेकर लापरवाही पाई जाने पर सेक्टर-105 स्थित सीएनजी पंप के पास गंदगी मिलने पर न्यू मॉडर्न प्राइवेट लिमिटेड पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। साथ ही, राकेश कुमार, जो कि स्वास्थ्य निरीक्षक जन स्वास्थ्य-2 हैं, का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया है। इससे पहले, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के दोनों ओर उगी घास की सफाई के आदेश दिए गए थे।
सुपरवाइजर और सफाई कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त
निरीक्षण के दौरान सेक्टर-104 में एटीएस हैमलेट सोसायटी के सामने सर्विस रोड पर सीवर का पानी जमा हुआ पाया गया, जिसे तुरंत साफ करने के निर्देश दिए गए। डीएससी रोड और मुख्य नाले में फ्लोटिंग मैटीरियल तैरता मिला, जिससे सफाई में लापरवाही स्पष्ट हो गई। इसी के चलते ककराला और सेक्टर-80 के पास पराग डेयरी चौराहे पर भारी गंदगी दिखने के बाद, सीईओ ने सुपरवाइजर मनोज कुमार और राहुल कुमार और सफाई कर्मचारी जसवंत और प्रमोद की सेवाएं समाप्त करने का आदेश दिया।
अधिकारियों पर कार्रवाई
सफाई व्यवस्था में गड़बड़ी मिलने पर सहायक परियोजना अभियंता सुशील कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई, जबकि अवर अभियंता विकास शर्मा का वेतन रोका गया है। इसके अलावा, सीईओ ने सेक्टर-105, 107, 108 के चौराहों को विकसित करने और सिटी बस टर्मिनल की खाली जगह को पार्क में बदलने के निर्देश भी दिए हैं।
नोएडा में सख्त सफाई अभियान की जरूरत
नोएडा प्राधिकरण द्वारा सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। सीईओ द्वारा की गई यह कार्रवाई शहर की सफाई व्यवस्था को सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम है। प्राधिकरण की इस सख्ती से आने वाले समय में सफाई कर्मियों और संबंधित अधिकारियों पर दबाव बढ़ेगा ताकि शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार हो सके।