
टीवी 47 न्यूज नेटवर्क।
प्रयागराज/महराजगंज, [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। अर्बन नक्सल फंडिंग के मामले को लेकर एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) ने शुक्रवार को इंकलाबी छात्र मोर्चा के सदस्य देवेंद्र आजाद के घर पर छापा मारा।
सलोरी स्थित आशीष लाज में रहने वाले देवेंद्र से टीम ने पूछताछ की। छह सदस्यीय एनआईए की टीम के अधिकारियों ने उससे प्रयागराज में इंकलाबी छात्र मोर्चा का कार्यालय के बारे में जानकारी ली। साथ ही उसके कमरे की तलाशी ली गई। कुछ दस्तावेजों को भी टीम ने कब्जे में लिया गया है।
उधर, महराजगंज के करमहिया गांव में एनआइए की टीम का छापा भी मारा गया। निचलौल थाना के करमहिया गांव में एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम और जिले की स्वाट टीम ने एक घर पर छापेमारी की। चार घंटे तक बंद घर में एनआइए की टीम पूछताछ करने के बाद युवक का मोबाइल फोन, डायरी और दो पत्रिका अपने साथ लेकर चली गई। युवक को 10 सितंबर को एनआइए दफ्तर लखनऊ में उपस्थित होने का निर्देश दिया।
महराजगंज के करमहिया गांव में छापेमारी
शुक्रवार की सुबह 5:30 बजे महराजगंज के करमहिया गांव में छेदी गुप्ता के घर को एनआइए, स्वाट टीम और निचलौल की पुलिस टीम अचानक चारों तरफ से घेर लिया। यहां तक रास्ते से आने-जाने वाले लोगों पर भी पाबंदी लगा दी। चार घंटे तक घर की तलाशी ली। इस दौरान उसके घर कुछ नहीं मिला। एनआइए की टीम छेदी के बड़े लड़के जितेंद्र गुप्ता को कमरे में बैठा कर चार घंटे तक पूछताछ की। जितेंद्र ने एनआइए को बताया कि वह डोमा में मेडिकल स्टोर चलाता है।
उसके बाद एनआइए की टीम उसे अपने साथ लेकर मेडिकल स्टोर पर पहुंची और पूरे दुकान की तलाशी ली। फिर वहां से लाकर उसे छोड़ दिया। जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि मेरे पास रखा मोबाइल फोन, मेरी डायरी और दो पत्रिका एनआइए की टीम अपने साथ ले गई है। मुझे 10 सितंबर को एनआइए दफ्तर लखनऊ में बुलाया गया है।
उसने यह भी बताया कि कोरोना के पूर्व वह एक विद्यालय में पढ़ाता था, वहीं पर एक अरविंद नाम का युवक भी पढ़ाता था, जो उत्तराखंड का था, उसी की तलाश में एनआइए इसके पूर्व भी आई थी और उसके बारे में पता करके चली गई, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। टीम ने मेरे पूरे घर की तलाशी की, लेकिन उसे कहीं भी कुछ भी नहीं मिला।