
नेपाल में भूस्खलन में दो बसें त्रिशूली नदी में बहीं।
नई दिल्ली [TV 47 न्यूजनेटवर्क ]। नेपाल में भूस्खलन की चपेट में आने के कारण दो बसें हादसे का शिकार हो गईं। शुक्रवार सुबह मध्य नेपाल में मदन-आश्रित राजमार्ग पर भूस्खलन की वजह से लगभग 63 यात्रियों को ले जा रही दो बसें त्रिशूली नदी में बह गईं। ऐसा माना जा रहा है कि इनमें सात भारतीय भी शामिल थे। जिलाधिकारी ने बताया कि स्थानीय प्रशासन और राहत-बचाव कर्मी घटनास्थल पर हैं और तलाशी अभियान चल रहा है। लगातार बारिश के कारण लापता बसों की तलाश में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
चितवन के मुख्य जिला अधिकारी इंद्रदेव यादव ने बताया कि दोनों बसों में चालकों सहित कुल 63 लोग सवार थे। हादसा सुबह करीब 3:30 बजे हुआ। तलाशी अभियान चल रहा है। लगातार बारिश के कारण लापता बसों की तलाश में दिक्कत आ रही है। इस बीच मौसम खराब रहने के कारण काठमांडू से भरतपुर, चितवन तक की सभी उड़ानें आज के लिए रद कर दी गई हैं।
जानकारी के मुताबिक, काठमांडू जाने वाली एक बस और राजधानी से गौर जाने वाली दूसरी बस सुबह करीब साढ़े तीन बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। काठमांडू जाने वाली बस में 24 लोग और गौर जाने वाली बस में 41 लोग सवार थे। बताया यह भी जा रहा है कि दूसरी बस में सवार तीन यात्री कूदकर भागने में सफल रहे। बीरगंज से काठमांडू जा रहे 21 यात्रियों के बारे में जानकारी मिली है। हालांकि, पुलिस ने बताया है कि बस में सवार यात्रियों में सात भारतीय नागरिक भी थे।
त्रिशूली नदी में बस के लापता होने पर दुख व्यक्त करते हुए उधर, इस हादसे में प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने दुख व्यक्त करते हुए तत्काल खोज और बचाव अभियान के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने नागरिकों से आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया। इस बीच एक अलग घटना में गुरुवार को कास्की जिले में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। नेपाल में मानसून आपदाओं की वजह से एक दशक में 1,800 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस दौरान लगभग 400 लोग लापता हो गए तथा 1,500 से अधिक लोग आपदा में घायल हो गए।