
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सरकार और सेना के कदमों को दिया समर्थन, 16 मई तक स्थगित किए सभी सार्वजनिक कार्यक्रम
लखनऊ[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने देश की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए गए सभी कदमों का समर्थन करते हुए एकजुटता की मिसाल पेश की है। बोर्ड ने संकट की घड़ी में सरकार, विपक्ष, सेना और जनता से एक साथ आने की अपील की है।
आतंकवाद के खिलाफ सख्त संदेश
बोर्ड के प्रवक्ता डॉ. कासिम रसूल इलियास ने बताया कि आतंकवाद और निर्दोष लोगों की हत्या को इस्लाम और मानवीय मूल्यों के खिलाफ बताया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस्लामी शिक्षाओं और वैश्विक सिद्धांतों में आतंकवाद के लिए कोई स्थान नहीं है।
सार्वजनिक कार्यक्रम स्थगित, इनडोर कार्यक्रम यथावत
मौजूदा हालात को देखते हुए बोर्ड ने अपने “वक्फ बचाओ आंदोलन” के सभी सार्वजनिक कार्यक्रम 16 मई तक स्थगित करने का फैसला किया है, जबकि इनडोर कार्यक्रम तय समय के अनुसार चलते रहेंगे।
युद्ध नहीं, बातचीत ही है समाधान
बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी विवाद का समाधान युद्ध नहीं, बल्कि संवाद और कूटनीतिक माध्यमों से होना चाहिए। खासकर परमाणु हथियारों के दौर में युद्ध आम जनता को भारी संकट में डाल सकता है।
बैठक में शामिल हुए कई प्रमुख धर्मगुरु
इस ऑनलाइन बैठक में बोर्ड अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी, मौलाना अरशद मदनी, मौलाना उबैदुल्लाह खान आजमी, मौलाना असगर अली सलाफी, मौलाना फजलुर्रहीम मुजद्दिदी, और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए।