
मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा
मेरठ[ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के गोविंदपुरी गांव में ग्रामीणों ने दो पुलिसकर्मियों पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए उन्हें बंधक बना लिया और उनकी पिटाई की। यह घटना शनिवार रात की है। इसमें परीक्षितगढ़ थाने के दरोगा सत्येंद्र और प्रशिक्षु उपनिरीक्षक शिवम पर ग्रामीणों ने पटाखों की बिक्री को लेकर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया।
ग्रामीणों के गंभीर आरोप
ग्रामीणों के अनुसार, दरोगा सत्येंद्र और शिवम दीपावली के मौके पर पटाखों की बिक्री करने वाले दुकानदारों से अवैध वसूली कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों पुलिसकर्मी अक्सर दुकानदारों को डराकर वसूली करते थे और विरोध करने पर उन्हें जेल भेजने की धमकी देते थे। आरोप है कि शनिवार रात दोनों पुलिसकर्मी शराब के नशे में गोविंदपुरी गांव में वसूली के लिए पहुंचे थे। जब कुछ दुकानदारों ने इसका विरोध किया तो पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर अपशब्द कहे और अभद्रता की जिससे ग्रामीण उग्र हो गए।
पुलिसकर्मियों को बंधक बनाने की घटना
ग्रामीणों के उग्र होने पर उन्होंने दोनों पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया और उनकी पिटाई की। घटना की सूचना मिलने पर आस-पास के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। वहां, पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में भी ग्रामीणों ने हंगामा किया और दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित करने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग रखी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी (देहात) नवीना शुक्ला ने ग्रामीणों को समझाया और दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद ही ग्रामीणों ने उन्हें छोड़ा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दिए जांच के आदेश
इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने कहा कि ग्रामीणों ने दोनों पुलिसकर्मियों पर अवैध वसूली का आरोप लगाया है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पुलिस क्षेत्राधिकारी (सदर) को मामले की जांच सौंपी गई है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।