
बहराइच हिंसा की फाइल फोटो।
बहराइच [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। बहराइच जिले के महसी तहसील क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। महराजगंज कस्बा, जहां यह घटना घटी, वहां की पुलिस व्यवस्था की लापरवाही अब सामने आई है। इस घटना में एक युवक की हत्या हो गई, और इसका कारण अधिकारियों द्वारा समय पर उचित सुरक्षा बल की तैनाती न करना बताया जा रहा है।
पुलिस की लापरवाही का नतीजा
हरदी थाना के एसओ सुरेश कुमार वर्मा ने दुर्गा प्रतिमा विसर्जन से दो दिन पहले ही उच्च अधिकारियों को पत्र भेजकर पीएसी और केंद्रीय पुलिस बल की तैनाती की मांग की थी। उन्होंने जुलूस के दौरान भारी संख्या में लोगों की संभावित भीड़ और माहौल खराब होने की आशंका जताई थी। बावजूद इसके, अधिकारियों ने एसओ की मांग को नजरअंदाज कर दिया, जिसका नतीजा यह रहा कि जुलूस के दौरान रामगोपाल मिश्रा नामक युवक की हत्या कर दी गई और हिंसा पूरे जिले में फैल गई।

हिंसा के बाद की कार्रवाई
घटना के बाद शासन ने तेजी से कदम उठाए। पहले सीओ महसी को निलंबित किया गया, और सोमवार को एएसपी ग्रामीण पवित्र मोहन त्रिपाठी को भी हटाकर डीजीपी कार्यालय से अटैच कर दिया गया। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई में तेजी दिखाई दे रही है, लेकिन यह स्पष्ट है कि अगर एसओ की चेतावनी को पहले ही गंभीरता से लिया गया होता, तो यह हिंसा रोकी जा सकती थी।
एएसपी की नाकामी
पवित्र मोहन त्रिपाठी, जिन्होंने 23 फरवरी 2023 को एएसपी ग्रामीण का पदभार संभाला था, इस क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारियों को सही ढंग से निभाने में असफल रहे। उनके कार्यकाल में हत्या, चोरी, और लूट जैसी घटनाएं बढ़ती गईं। नानपारा कस्बे में भी हिंसा हुई और अब महसी हिंसा में उनकी लापरवाही ने उन्हें पद से हटा दिया।

लापरवाही में और कौन दोषी?
इस मामले में केवल सीओ और एएसपी ही नहीं, बल्कि चौकी प्रभारी, एसओ, और तहसीलदार भी दोषी पाए गए हैं। इनमें से कई अधिकारियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है, और कुछ को उनके पद से हटा दिया गया है। लेकिन इस पूरे प्रकरण में और भी कई अधिकारी दोषी हो सकते हैं, जिन पर शासन की ओर से आगे की कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
महराजगंज कस्बे में जनजीवन सामान्य होने की कोशिश
हिंसा के बाद, महराजगंज कस्बे में धीरे-धीरे जनजीवन सामान्य हो रहा है। सोमवार को दुकानें खुलीं, और लोग अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों में वापस लौट रहे हैं। हालांकि, अभी भी लोगों में भय और दहशत का माहौल है, और कई लोग अपने घरों को छोड़कर चले गए थे। धीरे-धीरे लोग वापस लौट रहे हैं, लेकिन माहौल पूरी तरह से शांत होने में अभी समय लगेगा।
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