
महाकुंभनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी
प्रयागराज [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। महाकुंभ का आयोजन हमेशा से श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक घटना रही है, लेकिन इस विशाल मेला में सुरक्षा की चुनौतियां भी बहुत बड़ी होती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद इस बार महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक इंतजाम किए गए हैं, ताकि हर श्रद्धालु को सुरक्षित वातावरण मिल सके। इस दौरान संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और पुलिस ने कई कदम उठाए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
महाकुंभ पुलिस ने हाल ही में चार विदेशी नागरिकों से पूछताछ की है, जिनमें रूस, जर्मनी और बेलारूस के निवासी शामिल थे। इन नागरिकों के दस्तावेजों की जांच के बाद, तीन को सभी जरूरी कागजात सही पाए जाने पर छोड़ दिया गया, जबकि एक को वीजा की तारीख समाप्त होने के कारण वापस भेज दिया गया।
संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर
महाकुंभ के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने साफ किया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। महाकुंभनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी के मुताबिक, पुलिस की टीम 24 घंटे सतर्क है। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र के हर कोने पर पुलिस की नजर रखी जा रही है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत पकड़ने के लिए कई स्तरों पर जांच की जा रही है। इसके अलावा स्थानीय लोगों के साथ-साथ विदेशी नागरिकों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है।
पुलिस द्वारा चार विदेशी नागरिकों से पूछताछ करने के बाद यह साफ हुआ कि उनकी गतिविधियां संदिग्ध थी। इन विदेशियों के दस्तावेजों की जांच के बाद, बेलारूस और जर्मनी के नागरिकों के सभी कागजात सही पाए गए, जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। लेकिन रूस के नागरिक, आंद्रे के पास वीजा और पासपोर्ट की डेट समाप्त हो चुकी थी, इसलिए उसे वापस रूस भेज दिया गया।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस के अलावा, अन्य सुरक्षा बलों द्वारा भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस विभाग ने बताया कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा जांच के कई चेकपॉइंट बनाए गए हैं, जिनसे श्रद्धालुओं को जांच के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। इसके साथ ही, संदिग्ध व्यक्तियों और गतिविधियों पर नजर रखने के लिए आधुनिक तकनीक का भी सहारा लिया जा रहा है।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के बाद, यह भी साफ हुआ कि विदेशियों के खिलाफ कोई आपराधिक गतिविधि का संकेत नहीं मिला, लेकिन फिर भी सुरक्षा के लिहाज से उन्हें अपनी गतिविधियों पर ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन
महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन और पुलिस को विशेष निर्देश दिए थे, ताकि हर श्रद्धालु को बिना किसी डर के इस धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा बनने का अवसर मिले। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि महाकुंभ में हर स्थिति में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोपरि माना जाए और इसके लिए सभी जरूरी इंतजाम पुख्ता किए जाएं।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद से ही पुलिस ने सुरक्षा के दायरे को और बढ़ा दिया है और पूरी तरह से सतर्क होकर काम कर रही है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में आने वाले हर श्रद्धालु की सुरक्षा का जिम्मा उनकी प्राथमिकता है।
पुलिस का संदेश
महाकुंभनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि मेला क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि, “हमारी टीम पूरी तरह से सतर्क है और मेला क्षेत्र के हर कोने में निगरानी रखी जा रही है। अगर कोई संदिग्ध गतिविधि पकड़ी जाती है, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
इसके साथ ही, उन्होंने श्रद्धालुओं से भी अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि को देखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने विश्वास दिलाया कि पुलिस पूरी ताकत से उनके सुरक्षा के लिए तैनात है और किसी को भी महाकुंभ में सुरक्षा से खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
महाकुंभ में इस बार सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किए गए इंतजामों ने न केवल श्रद्धालुओं को शांति और सुरक्षा का अहसास कराया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है ताकि इस धार्मिक आयोजन में हर किसी को सुरक्षित और सुखद अनुभव हो।