
पीएम मोदी का प्रयागराज दौरा
प्रयागराज,[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (13 दिसंबर 2024) प्रयागराज में संगम तट पर महाकुंभ के अवसर पर गंगा पूजन किया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी के साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 5500 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया , जो उत्तर प्रदेश और खासकर प्रयागराज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
अमृत काल के सिद्धि योग में कुंभ कलश का पूजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब संगम पर पहुंचें, तब अमृत काल का सिद्धि योग शुरू हो चुका था। अमृत काल भारतीय इतिहास में एक विशेष समयावधि मानी जाती है, जिसे भविष्य की समृद्धि और उन्नति के रूप में देखा जाता है। इस दौरान पीएम मोदी ने महाकुंभ की सफलता और भारत की सांस्कृतिक धरोहर को लेकर कुंभ कलश का पूजन किया। यह पूजा महाकुंभ के महत्व को बढ़ाने और इसकी ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
संगम पर आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख नेताओं ने किया शिरकत
इस विशेष अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी संगम तट पर मौजूद रहे। इन सभी नेताओं का उद्देश्य महाकुंभ के आयोजन को विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण बनाना और उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक योगदान को प्रमोट करना है।
5500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर प्रदेश के विकास के लिए 5500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इन परियोजनाओं में बुनियादी ढांचे से लेकर शहरी विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरणीय पहलुओं पर ध्यान दिया गया है। इनमें से कुछ परियोजनाओं का उद्देश्य संगम क्षेत्र के विकास को और गति देना है, जिससे यहां आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
महाकुंभ और उसकी सांस्कृतिक महत्ता
महाकुंभ भारत की सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक घटना है। यह आयोजन हर 12 साल में होता है और लाखों श्रद्धालु इसमें भाग लेते हैं। कुंभ मेला हिंदू धर्म के प्रमुख आयोजन के रूप में जाना जाता है, जिसमें संगम में स्नान करने का महत्व है, जो आत्मिक शुद्धता और मोक्ष की प्राप्ति के रूप में देखा जाता है।
संगम का स्थल प्रयागराज, जो गंगा, यमुन और सरस्वती नदियों का संगम है, धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। महाकुंभ का आयोजन न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में एक बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में देखा जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण और उत्तर प्रदेश का विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने महाकुंभ के दौरान यूपी के विकास को प्राथमिकता दी है। उनके दृष्टिकोण में उत्तर प्रदेश को सांस्कृतिक धरोहर, धार्मिक महत्व और शहरी विकास के एक मॉडल के रूप में उभारने की दिशा में कई योजनाएं बनाई गई हैं। इस पूजन और परियोजनाओं के लोकार्पण से यह साबित होता है कि यूपी और खासकर प्रयागराज को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख स्थान मिल रहा है।